सागर।मध्य प्रदेश के सागर के जैन पब्लिक स्कूल में एक ही सिरिंज से 30 स्कूली बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने का मामला सामने आया है. जैसे ही अभिभावकों को इस घटना की जानकारी हुई, तो उन्होंने स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा किया. हंगामे के बाद सीएमएचओ मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामले की जांच का आदेश दिये थे. इस मामले में वैक्सीनेटर और टीकाकरण अधिकारी के पर गाज गिरी है. कलेक्टर ने जिला टीकाकरण अधिकारी को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है. उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं. वैक्सीनेटर ट्रेनी ANM के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है.
कमिश्नर ने तत्काल प्रभाव से किया निलंबित: कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने टीकाकरण अभियान में लापरवाही बरतने पर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ शोभाराम रोशन को निलंबित कर दिया. वैक्सीनेटर ने एक ही सीरिंज से 40 स्कूली बच्चों को वैक्सीन लगा दी थी। पाया गया कि प्रथम दृष्टया जिला टीकाकरण अधिकारी ने समय-समय पर टीकाकरण केंद्रों का निरीक्षण नहीं किया. वैक्सीनेशन अभियान में घोर लापरवाही बरतने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए गए हैं.
स्कूल में लगाया गया था वैक्सीन शिविर:शहर के मुख्य बस स्टेण्ड पर स्थित जैन पब्लिक स्कूल में बुधवार को स्कूली बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन का कैंप लगाया गया था. इस शिविर में स्वास्थ्य विभाग ने निजी नर्सिंग कॉलेज के नर्सिंग छात्र की ड्यूटी लगायी थी. वैक्सीनेशन करने वाले नर्सिंग छात्र जितेंद्र ने एक ही सिरिंज से करीब 30 बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगा दी. धीरे-धीरे स्कूली छात्रों को इसकी जानकारी लगी और उन्होंने घर जाकर अपने अभिभावकों को इस घटना के बारे में बताया. तुरंत अभिभावक स्कूल पहुंच गए और उन्होंने जाकर स्कूल में जमकर हंगामा किया.
छात्रा ने घर जाकर अभिभावकों को दी जानकारी:जैन पब्लिक स्कूल की एक छात्रा ने घर जाकर अपने पिता को बताया था कि ''उसके स्कूल में वैक्सीनेशन कैंप लगा है. लेकिन वैक्सीनेटर एक ही सिरिंज से सभी के लिए कोरोना वैक्सीन लगा रहा है. जब छात्रा के पिता ने स्कूल प्रबंधन से इस बारे में बात की और वैक्सीनेटर से पूछा गया तो उसने अपनी गलती स्वीकार की और बताया कि उसे एक ही सिरिंज उपलब्ध कराई गई थी.