सागर।कोरोना संकट के चलते जिले का एकमात्र शासकीय मेडिकल कॉलेज कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए संरक्षित कर दिया गया है. शुरुआती दौर में जब जिले में कम मरीज मिले तब तक सब ठीक रहा. लेकिन धीरे-धीरे सागर में भी हालत बिगड़ने लगे. सागर में 189 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं. कोरोना संक्रमण को लेकर बीएमसी की लापरवाही सामने आ रही है. बीएमसी में भर्ती कोरोना के मरीजों ने वीडियो बनाकर यहां की लापरवाही को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है.
कोरोना संक्रमित मरीजों की सुविधाओं में हो रही लापरवाही, डीन ने लगाई फटकार
सागर जिले में कोरोना मरीजों के लिए संरक्षित किए मेडिकल कॉलेज में लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं. जिसके बाद अस्पताल के डीन ने मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. जबकि उन्होंने जल्द ही व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की बात भी कही है.
पिछले दिनों वायरल हुए वीडियो में बीएमसी में बाथरूम से लेकर वार्ड तक में गंदगी की शिकायत की गई थी. वायरल वीडियो में प्रबंधन पर अनसुनी करने का आरोप भी लगाया गया है. कोरोना संक्रमित मरीजों के लगातार सामने आ रहे मामलों के बाद बीएमसी के डीन जीएस पटेल ने कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं. कोरोना संक्रमितों के लिए प्रबंधन की कुछ ज़िम्मेदारी अलग-अलग विभागों को दी गयी है. लेकिन आपसी सामंजस्य की कमी और लापरवाही की वजह से बीएमसी की लगातार किरकिरी हो रही है.
कोविड-19 के कुछ मरीजों की बेतुकी मांगे भी सामने आई है. अस्पताल प्रबंधन से शॉवर और वेस्टर्न टॉयलेट की डिमांड की गई. डीन जीएस पटेल का कहना है कि इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो. जबकि जरुरत के हिसाब से उनकी मांगों को भी पूरा किया जा रहा है. लापरवाही के मामले में सभी कर्मचारियों को निर्देशित कर दिया गया है. अगर मरीजों की सुविधा में लापरवाही मिली तो फिर कार्रवाई की जाएगी.