जबलपुर/भोपाल/ग्वालियर। कोरोना महामारी के मुश्किल दौर में घरों की माली हालात खराब हो रही है. ऐसे में प्रदेश का बिजली विभाग मनमानी पर उतारु है. प्रदेश भर से इस बात की शिकायतें मिल रही हैं कि बिजली उपभोक्ताओं को अनाप-शनाप बिल थमाए जा रहे हैं. लिहाजा ईटीवी भारत आम आदमी की इस समस्या को आवाज देने की कोशिश की तो पता चला की लोग बिजली विभाग की मनमानी से वाकई बहुत परेशान हैं. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि लॉकडाउन के दौरान विद्युत विभाग ने मीटर की रीडिंग तो नहीं की, लेकिन उपभोक्ताओं को बिल हजारों के थमा दिए. ये किसी एक शहर की स्थिति नहीं है, बल्कि प्रदेश के महानगरों से लेकर कस्बों और गांवों तक की यही कहानी है. बढ़े हुए बिजली बिल मिलने से आम आदमी परेशान है.
बढ़े हुए बिजली बिलों से आम जनता परेशान
प्रदेश भर से ऐसी कई शिकायतें मिली, जहां 300 की जगह 13000 रुपए बिजली बिल आ गया तो कही बिजली से हीटर जलाने पर 32000 हजार का जुर्माना लगा दिया. इतना ही नहीं जब एक बुजुर्ग ने अपने घर में बिजली कनेक्शन लगाने के लिए आवेदन दिया तो बिजली विभाग की कारस्तानी देखिए, कनेक्शन तो दिया नहीं उलटा बुजुर्ग के घर बिल भेजना शुरु कर दिया. अब ऐसे में आम आदमी की हालत कैसी हो रही होगी.
ऊर्जा मंत्री ने कहा-बढ़े हुए बिलों की नहीं मिल रही जानकारी
सबसे पहले प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर से बातचीत की. मंत्री से बिजली विभाग की गलत बिलिंग पर जब सवाल किए तो उन्होंने कहा कि वो मुख्य सचिव को आदेशित कर चुके हैं कि अगर किसी उपभोक्ता को बढ़ा हुआ बिजली मिलता है तो उसकी शिकायत कराई जा सकती है. लेकिन जब इस बात की जानकारी ही नहीं मिलेगी तो कार्रवाई कैसे होगी.
इन लोगों को मिले बढ़े हुए बिजली बिल
ऊर्जा मंत्री कह रहे हैं कि जिन लोगों को अधिकारी कर्मचारी भगा देते हैं, उनकी जानकारी उन्हें नहीं मिल रही. चलिए मंत्री तक ऐसे लोगों की जानकारी ईटीवी भारत पहुंचा रहा है, जो बढ़े हुए बिजली बिलों से परेशान हैं. जबलपुर निवासी अजय सिंह का 300 की जगह 13 हजार का बिल आया है. उपभोक्ता बढ़े हुए बिजली बिल कम करवाने के लिए विद्युत विभाग कार्यालय के चक्कर भी लगाया, पर बिल कम नहीं हुआ. इसी तरह ऊर्जा मंत्री के गृह नगर ग्वालियर के लोगों से बात की तो यहां भी कई लोगों के बिजली बिल बढ़े हुए आए हैं, लेकिन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उनकी शिकायत सुनने को तैयार ही नहीं हैं.