जबलपुर। बीते 24 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से सभी छोटे-बड़े नावे व नदियां उफान पर हैं. लगातार हो रही बारिश का सबसे ज्यादा असर बरगी बांध पर देखने को मिला. आलम ये है कि बरगी बांध लबालब भर गया है, जिसके चलते बांध के 21 गेट खोल दिए गए हैं.
पहली बार खोले गए बरगी बांध के 21 गेट, दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से बाढ़ जैसे हालात
प्रदेश में हो रही लगातार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. जबलपुर में भारी बारिश के चलते बरगी बांध के 21 गेट खोलने पड़ गये हैं, जिससे दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है.
बरगी बांध में ज्यादातर जलस्तर 422.9 मीटर माना जाता है. पानी लगभग इसी स्तर पर पहुंच गया है और इसके बाद भी पानी की आवक जारी है क्योंकि बरगी बांध के कैचमेंट एरिया में भी लगातार बारिश हो रही है. इसकी वजह से बरगी बांध के 21 गेट खोलने पड़े हैं और इन 21 गेटों से 2 लाख चौंसठ हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.11 गेटों को तीन मीटर तक खोला गया है, जबकि कुछ गेटों को ढाई मीटर कुछ को दो मीटर और दो गेट को आधा मीटर तक खोला गया है, बीते कई सालों में ऐसी स्थिति पहली बार बनी है, जब बरगी बांध के पूरे 21 गेट खोले गए हों. अभी जितना पानी बांध से छोड़ा जा रहा है, उससे नर्मदा नदी उफान पर आ गई है.
बरगी बांध के ठीक नीचे होकर बरगी नगर जाने वाला पुल पूरी तरह डूब गया है. जबलपुर के तिलवारा घाट पर बना पुराना पुल लगभग डूब की कगार पर है और जबलपुर के ग्वारीघाट और तिलवारा घाट का जलस्तर भी बहुत बढ़ा हुआ है.