इंदौर।प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने इंदौर जिले के अधिकारियों के साथ की कोरोना वायरस से बचाव के लिए किए जा रहे उपायों पर बैठक की और तैयारियों की समीक्षा ली. बैठक में इंदौर कमिश्नर सहित कलेक्टर और निगमायुक्त, बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला भी मौजूद थे. मीडिया से बातचीत में तुलसी सिलावट ने बताया कि प्रदेश में 64 हजार से अधिक मजदूरों को वापस लाया गया है और सरकार आगे भी इसी तरह के काम करती रहेगी.
लाए गए मजदूर जल्द लाए जाएंगे छात्र बैठक के बाद सिलावट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जबसे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली है तब से वो हर बड़ी चुनौती और संकट का सामना कर रहे हैं. मुख्यमंत्री 24 घंटे में से 20 घंटे कोरोना वायरस से संबंधित काम कर रहे हैं.
64 हजार से अधिक मजदूरों को लाए वापस
मंत्री तुलसी सिलावट ने बातचीत में बताया कि मध्य प्रदेश के प्रवासी मजदूर हजारों की संख्या में अन्य जिलों में फंसे हुए हैं. जिन्हें वापस लाने के लिए सरकार हर कदम उठा रही है. मंत्री तुलसी सिलावट के मुताबिक 64 हजार से अधिक मजदूरों को वापस लाया गया है. उन्होंने कहा मजदूरों को वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री और प्रधानमंत्री से चर्चा कर रेल की सुविधा उपलब्ध कराई है. वहीं मंत्री ने बताया की 44 हजार मजदूरों को अन्य जिले से अपने जिले भेजा गया है.
छात्रों को भी भेजा जाएगा वापस घर
इंदौर में फंसे हजारों छात्रों को लेकर तुलसी सिलावट ने कहा कि इंदौर प्रदेश का एजुकेशन हब है, यहां हजारों विद्यार्थियों को घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी. लेकिन ऐसा रेड जोन से हटने के बाद ही संभव है. वहीं मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा की बेंगलुरु में फंसे छात्रों को भी सरकार लाएगी. इन्हें वापस लाने के लिए सरकार ने ई-पास की सुविधा भी शुरू की है और जल्द ही इन्हें वापस लाने के इंतजाम भी किए जा रहे हैं.