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MP में जारी है सत्ता का सियासी संग्राम, सुप्रीम कोर्ट से सड़क तक मचा बवाल - Karnataka Politics

मध्य प्रदेश में सत्ता के लिए चल रही लड़ाई दिन ब दिन तेज होती जा रही है. सुप्रीम कोर्ट से सड़क तक, राज्यपाल से स्पीकर तक सब जगह दांव पेच चले जा रहे हैं. बीजेपी की तरफ से फ्लोर टेस्ट के लिए दायर की गई याचिका पर गुरुवार को सुनवाई होगी. तो भोपाल में भी माहौल बिगड़ता देख धारा 144 लागू की गई है.

political drama
सत्ता का सियासी संग्राम

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Published : Mar 18, 2020, 10:10 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान पर अब पूरे देश की निगाहें टिकी हैं. आज दिनभर भोपाल से दिल्ली और बेंगलुरु तक जमकर सियासी ड्रामा हुआ. बीजेपी की तरफ से फ्लोर टेस्ट की मांग पर सुप्रीम कोर्ट में चार घंटे सुनवाई हुई, तो दिग्विजय सिंह अपने विधायकों को मनाने बेंगलुरु पहुंच गए. इधर भोपाल में शिवराज भी सियासी चाले चलते रहे. सुप्रीम कोर्ट में बीजेपी की तरफ से दायर की गई फ्लोर टेस्ट और बागी विधायकों की याचिका पर चार घंटे तक मैराथन सुनवाई चली, लेकिन कोई निर्णय नहीं आया. लिहाजा सुप्रीम कोर्ट ने आगे की कार्रवाई गुरुवार के लिए आगे बढ़ा दी. तो फ्लोर टेस्ट पर राज्यपाल लालजी टंडन और स्पीकर एनपी प्रजापति में लेटर वार चलता रहा.

मध्य प्रदेश में जारी है सत्ता का सियासी संग्राम

दिग्विजय सिंह ने बेंगलुरु में दिया धरना प्रदर्शन

दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह अपने समर्थकों के साथ बेंगलुरु में रुके कांग्रेस के बागी विधायकों को मनाने पहुंचे. जब दिग्गी राजा को होटल में नहीं जाने दिया गया तो वे धरने पर बैठ गए. दिग्गी ने धरना दिया तो कर्नाटक पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. मामला यही नहीं रुका दिग्विजय सिंह ने लगे हाथ कोर्ट में विधायकों से मिलने की अर्जी लगाई लेकिन वह भी चंद घंटों में खारिज हो गई.

बेंगलुरु में धरने पर बैठे दिग्विजय सिंह

कांग्रेस का भोपाल में हंगामा

कांग्रेस को बाजी हाथ से फिसलते दिखी तो बेंगलुरु में शुरु हुआ धरना भोपाल में सड़कों पर दिखने लगा. कांग्रेस कार्यकर्ता भोपाल में बीजेपी के प्रदेश कार्यालय का घेराव करने पहुंचे तो दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. मौके पर पुलिस ने मोर्चा संभाला और राजधानी में धारा 144 लागू कर दी.

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

प्रदेश में बने तीन नए जिले

इधर सत्ता बचाने के लिए कमलनाथ भी लगातार दाव चलते रहे डेढ़ साल से निगम मंडलों में खाली पड़े पर पदों पर धड़ाधड़ नियुक्तियां की, तो नारायण त्रिपाठी और लक्ष्मण सिंह की मांग को भी एक झटके में पूरा करते हुए मैहर, चाचौड़ा और नागदा को जिला बनाने की घोषणा कर दी.

बीजेपी विधायकों के साथ क्रिकेट खेलते शिवराज सिंह चौहान

शिवराज ने फिर साधा कमलनाथ पर निशाना

कमलनाथ की इन घोषणाओं पर भी बीजेपी भी चुप नहीं रही, मोर्चा फिर शिवराज सिंह चौहान ने संभाला. कमलनाथ सरकार को फिर अल्पमत में बताकर इन नियुक्तियों पर रोक लगाने की मांग कर दी. शाम तक माहौल थोड़ा ठंडा हुआ, तो कमलनाथ ने विधायकों को फिर सीएम हाउस पर बुलाकर मंत्रणा शुरु की, इधर सीहोर में शिवराज सिंह चौहान भी अपने विधायकों के साथ क्रिकेट खेलते नजर आए. लेकिन कल दिनभर फिर सियासी पिच पर चौके-छक्के लगनें की पूरी उम्मीद है.

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