भोपाल। कोरोना वायरस जिसने पूरी दुनिया में कोहराम मचा दिया है. दुनिया के लगभग सभी देश कोरोना की मार झेल रहे हैं. नवाबों का शहर भोपाल भी कोरोना के चलते अपनी रंगत खोता जा रहा है. रेड जोन वाले भोपाल में कोरोना वायरस कहर कितना है इसका का एक बड़ा उदाहरण तब देखने को मिला, जब भोपाल के एक कब्रिस्तान में एडवांस में ही 10 कब्र खोदी गई हैं. यह फैसला जहांगीराबाद कब्रिस्तान कमेटी ने लिया है.
कोरोना के चलते कब्रिस्तान में पहले से खोदी गई 10 कब्रें भोपाल का जहांगीराबाद इलाका कोरोना डेथ जोन में तब्दील हो गया है. यहां हर दिन कोरोना के कई मामले सामने आ रहे हैं. जबकि कोरोना के चलते सबसे ज्यादा मौत भी इसी इलाके में हुई है. कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की हो रही है मौत के चलते इसी इलाके में स्थित झदा कब्रिस्तान कमेटी ने कब्रिस्तान में 10 कब्रे जेसीबी मशीन से खुदवा कर एडवांस में तैयार कर ली हैं. ताकि कोरोना से मृत व्यक्ति को सुपर्द ए खाक किया जा सके.
पहले से खोदी गई 10 कब्रें कब्रिस्तान कमेटी के अध्यक्ष रेहान गोल्डन का कहना है कि अस्पतालों से महज 10 से 15 मिनट पहले ही फोन आता है. कि कोरोना के चलते हुए मृत व्यक्ति का शव भेज रहे हैं. जिसे पूरी सुरक्षा के तहत दफनाया जाएगा. ऐसे में कब्र खोदने में समय लगता है. पूरी तैयारी तीन से चार घंटे में होती है. इस दौरान शव बाहर रखा रहता है, जिससे संक्रमण का खतरा बना रहता है. जबकि मृतक के परिजनों को संभालना भी मुश्किल होता है. इसलिए कब्रस्तिान कमेटी के आदेश पर 10 कब्र पहले ही खोद ली गई हैं. इस काम में प्रशासन ने भी पूरा सहयोग किया है.
भोपाल जहांगीराबाद के कब्रिस्तान कमेटी ने कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए एहतियातन यह कदम उठाया है. जिस पर भोपाल के मुफ्ती अबुल कलाम कहते हैं कि यह अच्छा काम है. कोरोना संकटकाल में शरीयत के हिसाब से यह काम करने में कोई हर्ज नहीं है. क्योंकि हमे अपनों को सुरक्षित भी रखना है.