भोपाल।आज गणेश चतुर्थी का तीसरा दिन है. ईटीवी भारत आज आपको भगवान गणेश के तीसरे रूप 'कृष्ण पिंगाक्ष' के बारे में बताएगा. कहते हैं कि भगवान के इस रूप की पूजा करने से दिव्य शक्ति की प्राप्ति होती है और सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. तो आइए गणेश चतुर्थी के तीसरे दिन हम आपको भगवान गणेश के तीसरे नाम 'कृष्ण पिंगाक्ष' के बारे में बताते हैं. यह भी जानें कि आखिर कैसे तीसरे दिन आप गजानन को प्रसन्न कर सकते हैं.
भगवान गणेश का तीसरा नाम 'कृष्ण पिंगाक्ष'
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, गण का अर्थ वर्ग, समुदाय और ईश का अर्थ स्वामी होता है. शिवगणों और देव गणों के स्वामी होने के कारण इन्हें गणेश कहा जाता है. वहीं भगवान गणेश का तीसरा नाम 'कृष्ण पिंगाक्ष' है, जिसे 'कपिल' नाम से भी जाना जाता है. पंडित विष्णु राजोरिया बताते हैं कि कपिल का अर्थ गोरा, ताम्र वर्ण और भूरा होता है. गणेश जी का मुख प्रातः काल गोरा, मध्यान्ह ताम्र वर्ण और सायं काल भूरा दिखाई देता है. भगवान गणेश दिव्य भावों द्वारा त्रिविध ताप का नाश करते हैं.
ऐसे करें 'कृष्ण पिंगाक्ष' की अराधना