भोपाल। शिक्षकों के सम्मान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जुबान भी फिसल गई. अपने गुरु की कथा सुनाते हुए शिवराज बोलना चाह रहे थे कि उनके पांव पढ़कर आगे जाते थे, लेकिन सीएम की जवान से निकल गया कि सिर पर पांव रखकर हम जाते थे, हालांकि इसे शिवराज ने तुरंत ही सुधार लिया, लेकिन अब इसी बात को लेकर कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए घेरना शुरू कर दिया है. Shivraj Singh Chouhan Tongue Slipped
टीचर समिट में सीएम शिवराज की फिसली जुबान शिवराज काकार्यक्रम सिर्फ भाषणबाजी:पूर्व मुख्यमंत्री ने इस इवेंट को लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लिया है.कमलनाथ ने कहा कि "आज मध्यप्रदेश के भोपाल के दशहरा मैदान पर शिवराज सरकार द्वारा आयोजित “ नव नियुक्त शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम “ सिर्फ़ भाषण बाज़ी , क़िस्से - कहानियो तक ही सीमित रहा , प्रशिक्षण जैसा कुछ नहीं…? पहले तो वर्षों बाद नियुक्ति दी और हर बार की तरह लाखों खर्च कर इसे भी एक इवेंट का रूप दिया गया। शिक्षकों के लिये कुछ नहीं , उनके हित में कोई निर्णय नहीं , कोई घोषणा नहीं , सिर्फ़ भाषण बाज़ी , कहानियाँ सुनाकर पूर्व से ही नौकरी कर रहे शिक्षकों को प्रशिक्षण के नाम पर ठगा गया. congress targeted cm shivraj
पूर्व मुख्यमंत्री ने शिवराज सरकार पर साधा निशाना पूर्व मुख्यमंत्री ने शिवराज सरकार पर साधा निशाना:दूर- दूर से आये शिक्षक परेशान होते रहे. यह भी स्पष्ट नहीं कि कुल कितने शिक्षकों को नियुक्ति दी गयी ? पिछले कार्यक्रम की तरह आज भी कुछ लोगों को नियुक्ति पत्र दिये गये. टुकड़े - टुकड़े में यह काम किया जा रहा है. शिवराज सरकार जिस प्रकार हर एक काम को इवेंट का रूप देती है, वैसा ही आज भी किया गया. मैं सरकार से पूछना चाहता हूँ कि वो बताये कि आज के इस कार्यक्रम से शिक्षकों का क्या भला होगा, उनके हित में आज क्या निर्णय लिये गये. इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्या था, आज के इस कार्यक्रम में प्रशिक्षण जैसा क्या था? इस इवेंट पर खर्च की गयी राशि को यदि इन शिक्षकों पर खर्च किया जाता तो ज़्यादा बेहतर होता." mp teachers training summit
MP Teachers Training: शिक्षकों के आगे नतमस्तक हुए CM शिवराज, बोले- बेहतर शिक्षा देना हमारा संकल्प, सम्मान में नहीं छोड़ेंगे कसर
नरेंद्र सलूजा ने ली चुटकी:कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने चुटकी लेते हुए कहा कि 'मामाजी शिक्षकों के बीच आप यह क्या कह गये'.