भोपाल। पचमढ़ी में होने वाले शिवराज कैबिनेट के मंथन कार्यक्रम के लिए अगले 3 दिनों तक 'सरकार' पचमढ़ी में होगी. इसके लिए सीएम सहित सभी मंत्री, अधिकारी विशेष बस से शाम 7 बजे भोपाल से पचमढ़ी के लिए रवाना होगी. इससे पहले बैठक के 16 बिंदुओं को तय किया गया है. जिसपर चर्चा के लिए सीएम ने मंत्रालय में एक औपचारिक बैठक भी ली. प्रदेश के आत्मनिर्भर बनाने वाली जिन योजनाओं पर अगले 3 दिन मंथन किया जाएगा उनमें महिला सशक्तिकरण, रोजगार, लाॅ एंड ऑर्डर, मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन, लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजनाओं को शामिल किया गया है. कांग्रेस ने बैठक के औचित्य पर ही सवाल उठाए हैं. (cm shivraj government cabinet meeting in Pachmarhi)
16 बिंदुओं की कार्ययोजना तय :पचमढ़ी में होने वाले चिंतन शिविर को लेकर सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि, अनौपचारिक बैठक में पचमढ़ी को लेकर एजेंडा तय किया गया हैं. इसमें महिला सशक्तिकरण से लेकर कानून व्यवस्था जैसे 16 बिंदुओं की कार्ययोजना तय की गई हैं. अनौपचारिक बैठक में जनता से प्राप्त सुझावों को भी शामिल किया गया है. इसी आधार पर तीन दिनों तक पचमढ़ी में मंथन किया जाएगा.
बनाए गए मंत्री समूह :पचमढ़ी में होने वाले मंथन कार्यक्रम को लेकर बताया गया कि, बैठक में मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, कन्या विवाह, गौवर्धन योजना, जल जीवन मिशन, सीएम राइज स्कूल, अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए संचालित योजना, पीएम आवास, राशन वितरण व्यवस्था में सुधार और कर्मचारियाें से जुड़ी समस्याओं पर विचार किया जाएगा.
अधिकारी भी रहेंगे उपस्थित :मंत्रियों के साथ कुछ अधिकारी भी पचमढ़ी में जाएंगे. मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, सचिव एम सेलवेन्द्रम सहित आधा दर्जन अधिकारी भी पचमढी में मौजूद होंगे. इसके अलावा सीएम कार्यालय के अधिकारियों सहित विभागों के आला अधिकारी पचमढ़ी पहुंचेंगे. ताकि विभाग से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई जा सके. उधर मंत्रियों को भी एक सहयोगी ले जाने की इजाजत दी गई है.
प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने पर रणनीति
बैठक के एजेंडे के मुताबिक बैठक मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के मुद्दे पर होगी. आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाना मुख्यमंत्री चौहान और उनके कैबिनेट मंत्रियों का नारा रहा है. राज्य के बाहर कैबिनेट की बैठक होने पर एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है. क्योंकि इस तरह की बैठकें पहले भी भोपाल के अलावा अन्य जगहों पर भी होती थीं.