भोपाल। 21 दिन का लॉक डाउन का असर अब दिखना शुरु हो गया है, जिसका सीधा असर परिवहन व्यवसाय पर पड़ा है, खासकर टैक्सी और कैब के जरिए जीवन यापन करने वाले व्यवसायी और ड्राइवर वर्ग खासा प्रभावित हुआ है, गर्मियों के सीजन में कैब और टैक्सी की अच्छी बुकिंग होती थी. लेकिन इस बार सब डाउन पड़ा है. जिससे टैक्सी चलाने वाले ड्राइवरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
टैक्सी और कैब संचालकों के लिहाज से गर्मी का सीजन व्यवसाय का सबसे अच्छा सीजन होता है. इस वक्त जहां शादियों की भरमार होती है तो बच्चों की छुट्टियां होने के कारण लोग घूमने भी बाहर जाते थे. जिससे अच्छी कमाई होती थी. लेकिन लॉकडाउन ने उनकी कमर तोड़ दी है. खुद की गाड़ी चलाने वाले लोग लॉकडाउन में काफी परेशान हैं. कर्ज लेकर गाड़ी खरीदी थी, तो अब सूझ नहीं रहा है कि उसका कर्ज कैसे भरेंगे और जो कुछ पैसा जमा किया था, वो लॉकडाउन के समय खाने-पीने में खर्च हो गया है.
पूरा धंधा हुआ चौपट
ट्रैवल एजेंसी चलाने वाले सौरभ गुप्ता बताते हैं कि अभी जब से लॉक डाउन हुआ है, पूरी तरह से धंधा चौपट हो गया. उनकी करीब 10 गाड़ियां हैं, पिछले 5 साल से ये काम कर रहा हूं. इतनी खराब स्थिति मैंने कभी नहीं देखी है सभी गाड़ियां खड़ी हैं धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया. अभी गर्मियों की छुट्टियां होने के कारण हमारा व्यवसाय काफी चलता था. 4 महीने में हम इतना कमा लेते थे कि 8 महीने हमें ज्यादा काम नहीं करना पड़ता था. लेकिन लॉकडाउन होने के कारण समझ नहीं आ रहा है कि अब क्या करें.