भोपाल। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल को ताक पर रख संक्रमण बढ़ाने के आरोप लगते रहे हैं. जनता के बीच ना तो वो कभी मास्क पहने नजर आते हैं और ना ही कभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नजर आते हैं. अभी हाल ही में जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और मंत्री अरविंद भदौरिया कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, तब भी सभी मंत्रियों के आइसोलेट और क्वारंटाइन होने की बात उठी थी और कई मंत्रियों ने इसका पालन भी किया था, लेकिन उसके बावजूद भी नरोत्तम मिश्रा कोरोना प्रोटोकॉल को ताक पर रखते रहे.
दुर्गेश केसवानी कोरोना संक्रमित
अब नया मामला सामने आया है, कि साए की तरह हमेशा उनके साथ रहने वाले भाजपा प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और 2 दिन पहले तक वो उनके संपर्क में थे. दुर्गेश केसवानी ने सभी संपर्क में रहने वाले लोगों से कोरोना टेस्ट कराने और क्वारंटाइन होने की अपील की है. वहीं दूसरी तरफ विपक्ष एक बार फिर नरोत्तम मिश्रा पर गंभीर आरोप लगा रहा है कि नरोत्तम मिश्रा देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को चुनौती दे रहे हैं, कि मुझे कोई डर नहीं है.
नरोत्तम मिश्रा के क्वारंटाइन होने की मांग
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. उन्होंने अपने कोरोना संक्रमित होने की सूचना देने के साथ पिछले दिनों संपर्क में आने वाले सभी लोगों से अपील की है कि, 'मेरे संपर्क में आने वाले सभी लोग कोविड-19 टेस्ट करा लें.' उनके ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारों में सवाल उठ रहा है कि, दुर्गेश केसवानी हमेशा नरोत्तम मिश्रा के साथ रहते हैं, चाहे प्रेस ब्रीफिंग हो या फिर कोई भी कार्यक्रम हो, नरोत्तम मिश्रा के साथ साए की तरह नजर आते हैं, इसलिए सवाल उठ रहा है कि, नरोत्तम मिश्रा को भी आइसोलेट होना चाहिए या फिर क्वारंटाइन में जाना चाहिए.
जीतू पटवारी का हमला
इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी का कहना है कि, 'नरोत्तम मिश्रा, शिवराज सिंह चौहान और देश के प्रधानमंत्री को बार-बार चुनौती दे रहे हैं. उनका कहना है कि, मुझे डर नहीं लगता है, मैं कोई प्रोटोकॉल का पालन नहीं करता हूं. आप देखो कि उनके साथ रहने वाले क्वारंटाइन हुए, संक्रमित हुए, भर्ती हुए. यहां तक कि शिवराज का पूरा मंत्रिमंडल भी क्वारंटाइन हुआ, लेकिन नरोत्तम मिश्रा जो प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रहे और अभी गृह मंत्री हैं. वो सीधा संदेश देते हैं कि, आप बिना मास्क के रहें, आपको मरना है, जीना है, ये आपकी जगह है. सरकार अलग बात करती है, देश के प्रधानमंत्री अलग बात करते हैं'.