भोपाल। कमला नेहरु अस्पताल के वार्ड में बच्चों की मौत के मामले में कांग्रेस सरकार पर हमलावर रुख अख्तियार कर चुकी है. कमलनाथ ने इसे लेकर कहा है कि सरकार अस्पतालों में सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम करने में नाकाम रही है. वहीं बच्चों की मौत पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बड़ा दावा किया है कि अगले 15 दिनों में शिवराज सिंह की कुर्सी चली जाएगी. उन्होने कहा कि बच्चों की मौत खाली नहीं जाएगी. कांग्रेस इसे लेकर आंदोलन करेगी. 15 दिन के भीतर सीएम शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे. उन्होने यह भी कहा कि मैं यह बात दावे के साथ कह रहा हूं. शिवराज सिंह 17 साल से प्रदेश का नेतृत्व कर रहे हैं और अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि ऐसे में मध्यप्रदेश का क्या हाल होगा? एक अविवेकपूर्ण दृष्टिकोण का मालिक शख्स इस प्रदेश का मुखिया है.
शिवराज सिंह चौहान ने घटना की जांच का आदेश दे दिया है, बड़ी गहरी राज कराएंगे लेकिन नतीजा पहले कि तरह कुछ नहीं निकलेगा. विश्वास सारंग जी कह रहे हैं कि 3 दिन में व्यवस्थाएं सही कर देंगे, जाने कौन सी हड़प्पा संस्कृति की खुदाई से जादू करने वाले हैं? इतने महत्वपूर्ण उपकरण जीवन सुरक्षा के लिए खराब पड़े थे, सरकार की तरफ से कोई मॉनिटरिंग ही नहीं है. सिर्फ हवा हवाई किले बना कर लोगों को सपने दिखा रहे हैं. लोग मर रहे हैं मगर इन बच्चों की मौत खाली नहीं जाएगी. सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री
इधर कमला नेहरू हादसे में संभागायुक्त गुलशन बामरा ने भी बयान दिया है.
अभी तक 4 बच्चों की ही मौत हुई है. कमेटी बनाकर जांच की जा रही है. कुछ बच्चे अभी भी क्रिटिकल कंडीशन में हैं, लगातार प्रयास किया जा रहा है कि उन्हे बचाया जा सके. दो-तीन दिन में वापस वार्ड को उसी रूप में लाने का किया जा रहा प्रयास. फायर सेफ्टी को लेकर उन्होने कहा कि बिल्डिंग बहुत पुरानी है, ऐसे में फायर सेफ्टी के तमाम इंतजाम भी देखने में आया हूं . जो भी निर्णय होगा जांच कमेटी लेगी. गुलशन बामरा, संभागायुक्त भोपाल.
इधर मृत बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब बच्चे आए थे तब ठीक थे, लेकिन बावजूद उसके अब उनकी मौत हो गई है. ऐसे में उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर सवालिया निशान लगाए हैं. इनका आरोप है कि जब हादसा हुआ तब परिजनों को नीचे भेज दिया था नहीं तो अपने बच्चों को वो बचा लेते.