रांची:धनबादएडीजे उत्तम आनंद की मौत मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने सीबीआई और आइबी की कार्यप्रणाली पर गंभीर टिप्पणी की है. उसी टिप्पणी पर झारखंड स्टेट बार काउंसिल (Jharkhand State Bar Council) के सदस्य ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
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झारखंड स्टेट बार काउंसिल के सदस्य का कहना है कि आज हमारे न्यायिक अधिकारी पर हमला होता है और अगर जांच एजेंसी को शिकायत की जाती है तो जांच एजेंसियां उसे गंभीरता से नहीं लेतीं. जांच एजेंसियों की ओर से इस तरह की लापरवाही बढ़ती जाती है, यह बहुत ही दुःखद है. ऐसे जांच एजेंसी की लापरवाही के कारण ही न्यायिक पदाधिकारी पर हमला होता है. अगर जांच एजेंसियां गंभीर होती और गंभीरता से जांच करती तो न्यायिक पदाधिकारी की इस तरह मौत ना होती.
जानकारी देते झारखंड स्टेट बार काउंसिल के सदस्य संजय विद्रोही जांच एजेंसियों की ओर से लापरवाही
झारखंड स्टेट बार काउंसिल ने आगे कहा कि हमारे देश के सर्वोच्च न्यायालय ने भी ये कहा और माना है कि शिकायत होने के बाद लापरवाही बढ़ती जा रही है, जो कि उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि अब भी जांच एजेंसियों को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में भी न्यायिक अधिकारियों पर इस तरह का हमला ना हो. देश के संविधान के तहत 3 जो सर्वोच्च अंग हैं, उसमें एक न्यायिक अंग है, जिस पर लोगों को काफी भरोसा है. इस तरह से अगर न्यायिक अधिकारी पर हमला होगा, तो लोगों का भरोसा समाप्त हो जाएगा. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की मौखिक टिप्पणी का सपोर्ट करते करते हुए कहा की जांच एजेंसियों को शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए.