चिंतपूर्णी: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े प्रवेश द्वार जो कि होशियारपुर धर्मशाला को जोड़ता है जहां आशा देवी मंदिर गगरेट से होते हुए हिमाचल में प्रवेश संभव है. वहीं, बुधवार को एक युवक अपनी मोटर बाइक पर पंजाब लुधियाना के टैगोर नगर से बिना किसी कर्फ्यू पास या बिना किसी अन्य परमिशन के हिमाचल में प्रवेश करके सीधा उत्तर भारत के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थान चिंतपूर्णी में माथा टेकने पहुंच गया.
लॉकडाउन के चलते जहां पूरे भारतवर्ष में सब मंदिरों के कपाट बंद हैं लेकिन उक्त व्यक्ति माथा टेकने चिंतपूर्णी बिना किसी परमिशन के और बिना किसी मेडिकल चेकअप के मंदिर के वापसी द्वार पर पहुंच गया. जहां ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मी ने उसे रोका और उससे पूछा तो उसने बताया कि उसकी मां जो कि कोमा में थी और उसने ऐसी मन्नत मांगी थी कि जब वो ठीक होगी तो वो चिंतपूर्णी माता के माथा टेकने जाएगा. उक्त सुरक्षाकर्मी ने उसे वहीं रोक दिया और वहां पर खड़े पुजारियों ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया.