सोलन:सरकार द्वारा दी गई ढील कहीं सरकार पर ही भारी ना पड़ जाए यह बात हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में जहां मरीज दवाई लेने और पर्ची बनाने के लिए खड़े हो रहे हैं. उन्हीं के साथ कोरोना के टेस्ट करवाने वालों की भी लंबी लाइन देखने को मिल रही है.
वहीं, अगर आप अस्पताल में प्रवेश करते हैं तो यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कौन कोरोना का टेस्ट करवाने आया है और कौन दवाई लेने. बहरहाल प्रशासन की ये चूक कहीं ना कहीं सभी पर भारी पड़ सकती है.
अस्पताल की ओपीडी 500 से बढ़कर हुई 1000
वहीं, जब अस्पताल में मरीजों और कोरोना के टेस्ट करवाने वालों की लंबी लाइनों को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल के एमएस डॉ. एनके गुप्ता से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि लोगों के बीच कोरोना का डर अब कम हो रहा है. जिस तरह से पहले अस्पताल में ओपीडी 300 से लेकर 500 थी वो अब 1000 हो चुकी है और अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है.
स्कूल कॉलेज खुलने से छात्र और स्टाफ कर्मचारी आ रहे टेस्ट करवाने
स्कूल कॉलेज खुल रहे हैं तो निर्देशों के अनुसार छात्र और कॉलेज का स्टाफ भी कोरोना के टेस्ट करवाने के लिए आ रहा है. वहीं, कुछ लोग खांसी जुखाम होने पर भी कोरोना वायरस करवाने के लिए अस्पताल में आ रहे हैं. उन्होंने लोगों से भी अपील की है की सरकार के निर्देश है कि जिन्हें किसी प्रकार का लक्षण लग रहा है. वहीं, टेस्ट करवाएं उनका कि अगर लोग निर्देशों का पालन करके अस्पताल में टेस्ट करवाने के लिए आते हैं तो भीड़ कम हो सकती है.