नाहन: सिरमौर जिला का अधिकतर हिस्सा बेहद दुर्गम क्षेत्रों में शुमार है. यही कारण है कि हर साल मानसून के समय में सड़कों पर भूस्खलन के चलते लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. मानसून इस बार अपनी दस्तक दे चुका है, लिहाजा लोगों को भूस्खलन से दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं. लोक निर्माण विभाग के तहत सिरमौर जिला में 3090 किलोमीटर लंबी सड़कें आती हैं.
मानसून से निपटने को PWD तैयार, विभाग ने सिरमौर की सड़कों पर तैनात की 38 JCB
हर साल मानसून के समय में सड़कों पर भूस्खलन के चलते लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है.मॉनसून इस बार अपनी दस्तक दे चुका है, लिहाजा लोगों को भूस्खलन से दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं.
पीडब्ल्यूडी के जिला में पांच डिवीजन हैं, जिनमें नाहन, पांवटा साहिब, शिलाई, राजगढ़ व संगड़ाह शामिल हैं. मानसून के दस्तक देते ही संबंधित विभाग ने सभी सड़क मार्गों पर जेसीबी की तैनाती कर दी है ताकि लैंडस्लाइड होने पर तुरंत प्रभाव से सड़क मार्गों को बहाल किया जा सके.
बता दें कि जिला प्रशासन ने 11 जेसीबी लोक निर्माण विभाग की और 27 जेसीबी प्राइवेट हायर की हैं. लोक निर्माण विभाग नाहन वृत के अधीक्षण अभियंता महेश सिंघल ने बताया कि इस बार मानसून को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. लैंड्स्लाइड वाले क्षेत्रों में जेसीबी की तैनाती कर दी है, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े. कुल मिलाकर मानसून सिजन को देखते हुए लोक निर्माण विभाग इस बार पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. अब देखना होगा कि इस बार बरसातों में चिन्हित किए गए भूस्खलन वाले हिस्सों में विभाग कितनी मुस्तैदी दिखाता है.