शिमला: हिमाचल प्रदेश के बागबानों की मेहनत की कमाई को चूना लगाने वाले आढ़तियों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. कोटखाई थाने में हुई शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सफलता हासिल की है.
पुलिस ने धारा-420 के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस को मिली सफलता के बाद बागवानों को आढ़तियों से अपनी मेहनत की कमाई मिलने की उम्मीद जगी है. पकड़े गए दो आरोपियो में से दीपक जयसवाल मुंबई का रहने वाला है और दूसरा राजेश पांडे वारणसी का निवासी है.
दोनों आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है और जांच की जा रही है कि बागवानों के कितने पैसे उन्हें लौटाने हैं. इसके साथ ही बागवानों को चूना लगाने वाले अन्य आढ़तियों की भी पुलिस ने तलाश तेज कर दी है.
जानकारी देते डीएसपी ठियोग डीएसपी ठियोग कुलविंदर सिंह ने कहा कि दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और बागवानों को चूना लगाने वाले अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है.
बता दें कि लंबे समय से बागवान शिकायत कर रहे थे कि फलों को खरीदकर उनके पैसे नहीं देते हैं. इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी में एएसपी, एसपी और आईजी को सदस्य बनाया गया है.
बागवानों से लूट के पिछले छह सालों में एपीएमसी के पास 208 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 22 शिकायत का निपटारा कर 90 लाख की राशि बागवानों को प्रदान की गई, लेकिन बाकी बचे 186 मामलों में से 170 अभी पुलिस में दर्ज करा दिए गए हैं और16 मामलों में आढ़तियों को नोटिस जारी किया गया है.
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