हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

कोरोना संक्रमण से निपटने को लेकर सुक्खू की सरकार को सलाह, कहा- सभी जिलों में खोलें वॉर रूम

कोरोना संक्रमण से निपटने को लेकर कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सरकार को सभी जिलों में वॉर रूम खोलने की सलाह दी है, ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.

By

Published : Apr 30, 2021, 10:22 PM IST

Sukhwinder Singh Sukhu
सुखविंद्र सिंह सुक्खू

शिमला:कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कोरोना संक्रमण से निपटने को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर निशाना साधा है. उन्होंने सभी जिलों में कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए वॉर रूम स्थापित करने की सलाह दी है.

सुक्खू के सरकार से सवाल

सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि घोषणाओं से काम नहीं चलेगा. कोविड मरीजों के लिए तैयार किए गए 5000 बेडों में से कितने ऑक्सीजन युक्त हैं. कितने डॉक्टर इन पर नियुक्त किये गए हैं. कौन उनका इंचार्ज है, उनके नंबर क्या हैं, सारी जानकारी सार्वजनिक की जाए. कोविड मरीजों के उचित उपचार के लिए कितना पैरा मेडिकल स्टाफ नए बेड के साथ लगाया गया है. उसकी भी जानकारी सार्वजनिक करें. उन्होंने कहा कि प्रदेश के कोविड अस्पतालों में सबसे अधिक कमी पैरा मेडिकल स्टाफ की ही है. इस कमी को दूर करने के लिए नई भर्ती की जाए. भर्ती चाहे अस्थायी तौर पर क्यों न हो, लेकिन करें. चूंकि, डॉक्टर्स के साथ पैरा मेडिकल स्टाफ की सबसे अधिक जरूरत है.

मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता पर ध्यान दें सरकार

कांग्रेस विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश के मेडिकल कॉलेज में आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के चार-चार दिन बाद आने का कारण बताएं. सीएम को कोविड टेस्ट मशीन को चलाने के लिए पर्याप्त स्टाफ की उपलब्धता पर भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि टेस्ट रिपोर्ट समय पर न आने से लोग परेशान हो रहे हैं.

सरकार की कथनी व करनी में अंतर

सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार की कथनी व करनी में काफी अंतर है. कागजों में लिए जा रहे फैसले धरातल पर देरी से उतारे जा रहे हैं. बिगड़ते हालात पर काबू पाने में सरकार अब तक विफल रही है. कोविड अस्पतालों में मरीजों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है. उनकी सुध नहीं ली जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे लोग कोरोना महामारी को सरकारी चश्मा उतारकर जनता के चश्मे से देखें, फिर वास्तविकता का पता चलेगा.

हर जिला में बने वॉर रूम

कांग्रेस विधायक ने हर जिले में कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए वॉर रूम की स्थापना करने का सुझाव दिया है. संबंधित जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित हो, जो वॉर रूम का संचालन करें. साथ ही संबंधित जिले का सिविल सर्जन इस कमेटी का अनिवार्य रूप से सदस्य हो. 24 घंटे एक वरिष्ठ अधिकारी वॉर रूम में जरूर ड्यूटी पर रहे.

वॉर रूम के पास अस्पतालों में खाली बेड, ऑक्सीजन और दवाइयों का पूरा डाटा हो. आने वाले दिनों में कोरोना के इलाज के लिए अस्थायी अस्पताल की जरूरत पड़ने पर अभी से स्थान चिन्हित किए जाएं. वॉर रूम के टेलीफोन और मोबाइल नंबर समाचार पत्रों के माध्यम से आम जनता की जानकारी में लाए जाएं. हेल्पलाइन पर संपर्क करने के बाद मरीज को बेड, ऑक्सीजन, दवाएं आदि हर हाल में मिल सकें.

ये भी पढ़ें:नाहन में व्यवस्था का क्रूर चेहरा! कोरोना से पति की मौत, सड़क पर तड़पती रही संक्रमित पत्नी

ABOUT THE AUTHOR

...view details