शिमलाः हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की चारों सीटों के लिए मतदान 19 मई को होगा. पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रदेश में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी, पार्टी इस बार किस रणनीति के साथ चुनाव लड़ रही है और किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही है, इन सभी सवालों के जवाब प्रदेश कांग्रेस के मुखिया कुलदीप सिंह राठौर ने ईटीवी भारत के साथ साझा किए. कुलदीप राठौर ने कहा कि जब वो प्रदेश अध्यक्ष बने तब कांग्रेस पूरी तरह बिखरी हुई थी. संगठन के बिखराव को रोकना था और अनुशासन को स्थापित करना था. अध्यक्ष बनने के बाद सामने लोकसभा का चुनाव है और हम पूरी ताकत से चुनाव में जा रहें हैं.
पार्टी में आपसी खींचतान पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने छोटे-मोटे मन मुटाव को खत्म करने के प्रयास किए हैं और अब सभी नेता एकजुट हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मंडी, शिमला, कांगड़ा और हमीरपुर में सभी नेता एक मंच पर एकजुट रहे, जिससे साफ जाहिर होता है कि पार्टी एकजुट है. सुरेश चंदेल और आश्रय शर्मा के कांग्रेस में आने पर राठौर मानते है कि उनके पार्टी में आने से पार्टी को मजबूती मिली है. उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम और उनके पोते के कांग्रेस में आने से मंडी में कांग्रेस मजबूत हुई है और भारतीय जनता पार्टी की सरकार आज अस्थिर हो चुकी है. जिससे मुख्यमंत्री के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती है.