शिमला:शनिवार को महाशिवरात्रि का त्योहर धूमधाम से मनाया जाएगा. शिवालयों में जहां अल सुबह से ही महादेव का अभिषेक कर लोग खुशहाली का वरदान मांगेंगे. वहीं, व्रत रखकर पूजा-अर्चना का दौर घरों और मंदिरों में देर रात तक जारी रहेगा. हिमाचल के शिवालयों में भी महाशिवरात्रि पर्व को लेकर तैयारियां चल रही है. राजधानी शिमला में एक ऐसा शिव मंदिर है, जो करीब 500 साल पुराना है. यहां अंग्रेज भी पूजा करते थे.
मंदिर को सजाया जा रहा:राजधानी शिमला के माल रोड के पास मिडल बाजार में स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर के पुजारी वासुदेव ने बताया कि मंदिर करीब 500 साल पुराना है. यहां कल यानी 18 फरवरी शनिवार को महाशिवरात्रि का त्योहार को लेकर तैयारियां की जा रही है. सुबह 4 बजे से ही भक्तों के आने का सिलसिला शुरू होगा जो देर रात तक रहेगा. उन्होंने बताया इस शिवालय में अंग्रेज भी शिव भगवान की पूजा-अर्चना ब्रिटिश शासन में करते थे.
स्वयंभू शिवलिंग: उन्होंने बताया कि शिवलिंग स्वयंभूहै और यह जमीन से खुद प्रकट हुए थे. मंदिर में प्रतिवर्ष शिवरात्रि पर 4 पहर विशेष पूजा -अर्चना होती है वासुदेव ने बताया कि मदन गिरी नामक श्रद्धालु ने 1842 में मंदिर का निर्माण कराया था. उससे पहले शिवलिंग खुले में था. उसके बाद समय -समय पर मंदिर का जीर्णोद्धार होता रहा और अब एक भव्य मंदिर बन गया.मान्यता के अनुसार जो भी श्रद्धालु सच्ची श्रद्धा से मंदिर में पूजा- अर्चना करता है उसकी हर मनोकामा पूरी होती है.