ठियोग: प्रेम घाट में रहने वाले पंकज का नगर परिषद की अनदेखी से जीना मुश्किल हो गया है. पंकज सूद का प्रेम घाट बाजार के नीचे बहुत बड़ा बगीचा है, लेकिन शहर की सारी गन्दगी उनके बगीचे और पुराने घर में घुस जाती है. जिससे उनका पुराना घर गिरने के कगार पर आ गया है, लेकिन इससे भी बड़ी बात ये है कि जिस बगीचे में कभी 6 हजार पेटी सेब की होती थी आज महज 5 से 6 सौ पेटी तक सिमट गई है.
पंकज सूद का कहना है कि शहर का सारा गन्दा पानी उनके बगीचे में आता है जिससे उनका बगीचा धीरे धीरे नष्ट हो रहा है. साबुन और कचरे से सेब के पेड़ सुख रहे लेकिन नगर परिषद को कई बार कहने के बावजूद भी सफाई का काम नही हो रहा है.पंकज सूद का कहना है कि उनके बगीचे में नगर परिषद की नालियां कचरे से भर के टूट गई है और सारी गंदगी उनके बगीचे में फैल गई है.और तो ओर लोगों के घरों से आने वाली गन्दे पानी की पाइपें सीधे उनके बगीचे में आती है लेकिन उन्हें पूछने वाला कोई नही है.
अदालत के आदेशों की 'धज्जियां' उड़ा रहा नगर परिषद ठियोग स्थानीय लोगों का कहना है कि बगीचे में खुला पानी आने से धीरे धीरे इमारतों के गिरने का भी खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.लेकिन नगर परिषद इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा है. पंकज सूद की समस्या को लेकर जब हमने नगर परिषद की अध्यक्ष वंदना सूद से बात की तो उन्होंने कहा कि अभी उनके पास लिखित रूप में पंकज सूद की कोई शिकायत नही आई है लेकिन फिर भी etv भारत के माध्यम से मिली जानकारी के बाद वे अपने कर्मचारियों के साथ मौके पर जाकर देखेंगे ओर जो भी उचित कार्रवाई होगी उसे जल्द ही किया जाएगा.
आपको बता दें कि पंकज सूद ने इस मामले पर अदालत में केस दर्ज किया था जिसका फैसला उनके पक्ष में आया था.जिसके बाद अदालत ने 2011 में नगर परिषद को उनके बगीचे में पकी नालियां बनाने और भवनों से निकलने वाले गन्दे पानी की उचित व्यवस्था करने के आदेश दिये थे लेकिन नगर परिषद इस आदेश की पालना करने में अभी भी सफल नहीं हो पाया है. अब देखना ये है कि etv भारत खबर के बाद नगर परिषद कोई ठोस कार्रवाई करता है या हालत जस के तस रहते हैं.