शिमला: हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री दिल्ली दौरे पर हैं जहां उन्होंने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत से मुलाकात की, इस दौरान उन्होंने प्रमुखता से फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना का जिक्र किया. हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े जिले कांगड़ा में फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना एक दशक से भी अधिक समय से पूरी नहीं हुई है. इस दौरान परियोजना की लागत 442 करोड़ रुपए बढ़ गई है. मुकेश अग्निहोत्री ने फिन्ना सिंह परियोजना का मुद्दा भी केंद्रीय मंत्री के समक्ष उठाया. उन्होंने फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना के लिए केंद्र से मिलने वाली 340 करोड़ रुपए की मदद राशि जल्द जारी करने का आग्रह किया है.
दिल्ली में केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के दौरान डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने हिमाचल में बेहतर सिंचाई नेटवर्क के लिए समुचित बजट प्रावधान करने का आग्रह किया है ताकि राज्य में कृषि क्षेत्र को और सहूलियत हो सके. डिप्टी सीएम ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि अभी तक इस परियोजना पर 286 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं और परियोजना का कार्य प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि फिन्ना सिंह मध्यम सिंचाई परियोजना वर्ष 2011 में 204 करोड़ रुपये की आरम्भिक लागत के साथ शुरू की गई थी. समय के साथ अब इस परियोजना की लागत बढक़र 646 करोड़ रुपये हो गई है डिप्टी सीएम ने बताया कि परियोजना पूरी होने पर जिला कांगड़ा के एक बड़े हिस्से में किसानों को सिंचाई सुविधा मिल सकेगी
मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि अभी भी हिमाचल प्रदेश का एक बड़ा क्षेत्र सिंचाई सुविधा से वंचित है. डिप्टी सीएम ने ट्यूबवेल निर्माण के लिए विशेष बजट आबंटित करने का भी आग्रह किया. उन्होंने केंद्रीय मंत्री से पौंग तथा भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के जलाशयों से निकासी संबंधित मामला भी उठाया. डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य में पेयजल आपूर्ति क्षेत्र के लिए लगभग 1200 करोड़ रुपये की आवश्यकता है.