शिमला: सरकार की ओर से कॉरपोरेट टैक्स में की गई कटौती से शिमला के होटल व्यवसायी बेहद खुश हैं. कॉरपोरेट टैक्स में की गई कटौती पर उनका मानना है की इससे पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही घूमने आने वाले पर्यटकों को भी इसका लाभ मिलेगा.
सरकार के इस फैसले के बाद अब जहां पर्यटकों को एक हजार तक की कीमत वाले होटल पर 0% टैक्स लगेगा तो वहीं, प्रदेशवासियों को भी इसका लाभ मिलेगा. होटल व्यवसायियों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है.
एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सूद का कहना है कि सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स और जीएसटी की दरों में जो कटौती की है उससे यह तय है कि मोदी सरकार इस बात पर फोकस कर रही है कि लोग लोकल डेस्टिनेशंस पर ज्यादा घूमे और विदेशों का रुख कम करें.
यही वजह है कि कॉरपोरेट टैक्स, जीएसटी की दरों में कटौती कर जहां होटल व्यवसायियों को फायदा पहुंचाया जा रहा हैं वहीं, घूमने के शौकीन लोगों की जेबों का भी ध्यान सरकार की ओर से रखा गया है. उन्होंने बताया कि कॉरपोरेट टैक्स में कटौती ओर जीएसटी की दरों में कटौती बड़े पैमाने पर पर्वतीय राज्यों और इन क्षेत्रों की छोटी कंपनियों के लिए जो बड़े पैमाने पर पर्यटन संचालित है उनको लाभ देगी.
उन्होंने बताया कि अब जीएसटी की दरों में कटौती की गई है तो होटल के जिस कमरे की कीमत एक हजार है उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. वहीं, 1 हजार से 7500 तक के कमरे पर जो टैक्स 18 फीसदी लगता था अब वह 12 और इसी तरह 7501 से ऊपर के लिए भी टैक्स की जो दर 28 फीसदी थी अब वह घटकर 18 फीसदी कर दिया गया है.
इतना ही नहीं आउटडोर खान-पान पर भी जीएसटी की दर में कटौती की गई है. इसे भी 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस फैसले से अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और भारतीय उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा.