शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े मेडिकल कालेज आईजीएमसी के बॉयज हॉस्टल में फिर से रैगिंग का मामला दर्ज किया है. शिमला पुलिस ने रैगिंग एक्ट के तहत सदर थाने में मामला दर्ज किया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दाेनाें सीनियर छात्राें विनय मिन्हास और गुलशेर चाैहान काे आईजीएमसी से निष्कासित कर दिया है.
रैगिंग का आराेप जूनियर डाॅक्टर ने अपने सीनियराें पर लगाया है. आराेप है कि यहां दाे सीनियर छात्राें ने एक जूनियर छात्र की पिटाई कर दी थी. घटना साेमवार देर रात 11:30 बजे की है.
जब जूनियर छात्र अपने हाॅस्टल के लिए जा रहा था, ताे इसी बीच कुछ सीनियर छात्र आपस में बहस रहे थे. जब उसने उन्हें राेकने की काेशिश की, ताे सीनियर छात्राें ने उसी के साथ मार पीट कर दी. सीनियर छात्र इंटर्न हैं, जबकि जूनियर छात्र थर्ड ईयर का है. देर रात इसकी शिकायत पुलिस काे दी गई. जिसके बाद पुलिस हाॅस्टल में पहुंची. जूनियर छात्र ने सीनियर पर मारपीट और रैंगिंग के आराेप लगाए हैं.
वहीं, मंगलवार काे आईजीएमसी में इस मामले काे लेकर शाम चार बजे एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक हुई. करीब ढाई घंटें चली इस बैठक में दाेनाें पक्षाें से बातचीत हुई. इसमें जूनियर छात्र के परिवार के सदस्य भी माैजूद थे. उन्हाेंने किसी तरह के समझाैते से इंकार कर दिया. उसके बाद प्रशासन ने रैगिंग का मामला दर्ज करवा दिया. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और छात्र जूनियर छात्र की शिकायत के आधार पर छानबीन शुरू कर दी है.
यह था पूरा मामला
आईजीएमसी शिमला के प्रधानाचार्य डाॅ. रजनीश पठानिया ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित छात्र की शिकायत के अनुसार सोमवार देर रात करीब 11:30 बजे के करीब एक जुनियर डॉक्टर भावा हॉस्टल से अपने हॉस्टल (रमन हाॅस्टल) की तरफ आ रहा था. जब वो गेट पर पहुंचा तो देखा कि सिनियर बैच के कुछ लड़कों में बहस चल रही थी.