सराज: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Former Himachal CM Jairam Thakur) के गृह क्षेत्र सराज के थुनाग में कार्यरत विद्युत बोर्ड के अधिशाषी अभियंता के कार्यालय (Electricity Board office in Thunag of seraj) की अधिसूचना वर्तमान सरकार ने रद्द कर दी है. अधिसूचना रद्द होने का मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है. वहीं, थुनाग के लोगों ने इस अधिसूचना का बहिष्कार किया है.
लोगों ने वर्तमान सरकार के फैसले की कड़ी निंदा करते हुए इसे बदले की भावना से लिया गया फैसला बताया है. लोगों का कहना है कि जयराम सरकार ने समूचे प्रदेश का विकास करते हुए विकासात्मक काम किए थे. उन्होंने कभी भी कांग्रेस सरकार के फैसले नहीं बदले. सराज भाजपा मंडल अध्यक्ष भागीररथ शर्मा ने कहा कि सरकार ने अधिशाषी अभियंता के कार्यालय की अधिसूचना को रद्द कर गलत किया है. ये फैसला बदले की भावना से लिया गया है. ऐसे में सराज भाजपा इस फैसले की कड़ी निंदा करती है और ऐसे बचकाने फैसले का बहिष्कार करती है.
उन्होंने कहा कि अगर सरकार जल्द से जल्द इस फैसले को वापस नहीं लेती तो इस मामले पर हम कोर्ट का रूख करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर सरकार जल्द कोई निर्णय नहीं लेती है तो वह अपनी बात रखने के लिए हाईकोर्ट या फिर सुप्रीम कोर्ट जाने से भी गुरेज नहीं करेंगे. उन्होंने सरकार को भविष्य में उग्र प्रदर्शन की चेतावनी भी दी. वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ता भी सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.(Electricity board office denotified in Thunag).
गौरतलब है कि आज से ठीक पांच साल पहले जब जयराम सरकार ने एसडीएम जंजैहली को थुनाग के लिए स्थानांतरित करने का फैसला किया था जिसके बाद जंजैहली के लोगों ने खासा विरोध प्रदर्शन किया था और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी सरकार को धारा 144 लगानी पड़ी थी. जंजैहली के लोगों ने तात्कालिक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की शवयात्रा तक निकाली थी क्या ठीक पांच सालों बाद सराज में एक कार्य कर कार्यलय की अधिसूचना रद्द कर्ली गई है अब देखना यह होगा कि विपक्षी दल भाजपा क्या करेगी ?
ये भी पढे़ं:HP Govt Order: बिजली बोर्ड के 32 दफ्तर डिनोटिफाई, 6 माह पहले जयराम सरकार ने खोले थे दफ्तर