कुल्लूःहिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुल्लू के परिधि गृह में 5.80 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित स्वास्थ्य विभाग के आवासीय भवनों के लोकार्पण के बाद कहा कि पिछला पूरा वर्ष कोरोना संक्रमण के संकट के बीच गुजरा है. इससे देश भर में आर्थिक गतिविधियों पर विपरीत असर पड़ा, लेकिन प्रदेश सरकार ने इस दौरान तकनीक का भरपूर उपयोग करके वर्चुअल माध्यम से विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में 3500 करोड़ की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन किए.
चिकित्सकों व स्टाफ नर्स की लंबित मांग पूरी
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल्लू के तेगुबेहड़ में निर्मित टाइप-4 के आठ व टाइप-3 के आठ आवासीय क्वार्टर को लेकर चिकित्सकों व स्टाफ नर्स की लंबित मांग को पूरा किया गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी प्रदेश में विकास की गति को रुकने नहीं दिया और इन भवनों का निर्माण भी इसी दौर के बीच पूरा किया गया है. कोरोना संकट से निपटने में जिस प्रकार स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी भूमिका का निर्वहन करके एक मिसाल कायम की है, उसके लिए वे प्रशंसा के पात्र हैं.
तेजी से फैल रहा कोरोना का नया स्ट्रेन
जयराम ठाकुर ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन तेजी के साथ फैल रहा है और हिमाचल भी इससे अछूता नहीं है. कोरोना की दूसरी लहर और अधिक खतरनाक है जो सभी के लिए चिंता की बात है. इस वायरस को अधिक गंभीरता के साथ लिया जाना चाहिए और सावधानी व सतर्कता बेहद जरूरी है. उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से कहा कि वे पूर्व की भांति आम जनमानस को संक्रमण से बचाव के लिए और अधिक तत्परता के साथ कार्य करें. जीवन बचाना सबसे बड़ी प्राथमिकता है, इसलिए मानक संचालन प्रक्रिया में किसी प्रकार की ढील नहीं दी जा सकती.
पर्यटन क्षेत्र को बड़ा नुकसान