बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश में पहली बार बिलासपुर जिले के घुमारवीं क्षेत्र में स्पेस लैब खुलने जा रही है. यह लैब घुमारवीं के बॉयज स्कूल इसरो की अंतरिक्ष शाला होगी. जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है और जल्द ही इसका कार्य भी शुरू होने जा रहा है. बता दें कि यह लैब 10 लाख रुपये की लागत से तैयार की जा रही है. प्रशासन ने लैब विकसित करने का जिम्मा शिक्षा विभाग को सौंपा है. बिलासपुर उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि शहरी के साथ-साथ ग्रामीण बच्चों में साइंस टेक्नोलॉजी के प्रति रुचि बढ़ाने के मकसद से इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए खाका तैयार किया गया है.
आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि इसके लिए यूपी के सिद्धार्थनगर की एक पंचायत के मॉडल को स्टडी किया गया है. स्पेस लैब निर्माण को लेकर डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड से 10 लाख रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है. उन्होंने बताया कि घुमारवीं सीनियर सेकेंडरी बॉयज स्कूल में स्पेस लैब विकसित करने के लिए शिक्षा विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
जानकारी के अनुसार, स्पेस लैब विकसित होने से ग्रामीण विद्यार्थियों को साइंस एंड टेक्नोलॉजी के प्रति विस्तृत जानकारी उपलब्ध होगी, जिससे बच्चों में इसके प्रति रूचि बढ़ेगी और इसमें वे अपना करियर भी बना सकेंगे. बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए स्पेशल ट्यूटर प्रोग्राम भी चलाया जाएगा. जिसमें बाहरी राज्यों के एक्सपर्ट नए- नए जानकारियां प्रदान करेंगे. इसके अलावा विज्ञान की महत्वपूर्ण जानकारियों से लैस अंतरिक्ष से संबंधित नए-नए मॉडल विद्यार्थियों के ज्ञान में वृद्धि करने में सहायक बनेंगे.