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पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह की पुण्यतिथि पर शोक सभा में आपस में बहस करने लगे कांग्रेसी

हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) चुनाव में अब कुछ महीने बचे हैं. चुनाव को लेकर प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. वहीं, सोलन में हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पहली पुण्यतिथि (Former Himachal Chief Minister Virbhadra Singh) पर आयोजित शोक सभा में आंतरिक कलह देखने को मिली. इस दौरान किसी ने कहा कि शांडिल जी हमने कांग्रेस सींची हैं तो किसी ने कहा कि कभी हमारा नाम नहीं लिया जाता. शोक सभा में शांडिल के सामने सभी अपनी परेशानी बताने लगे.

Controversy in Solan Congress
सोलन कांग्रेस में कलह!

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Published : Jul 8, 2022, 6:51 PM IST

सोलन: विधानसभा चुनाव में सिर्फ चार महीने का समय बाकी है, लेकिन कांग्रेस में आंतरिक कलह सिरमौर के बाद अब सोलन में भी देखने को मिल रही है. मौका था पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पहली पुण्यतिथि (former Himachal CM Virbhadra Singh) का. शोक सभा में सारे कांग्रेसी पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस इकठ्ठे हुए थे. इस दौरान सभी कांग्रेस नेताओं ने वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पहली पुण्यतिथि पर संकल्प लेने के बाद कुछ कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कार्यक्रम कांग्रेस भवन में होने चाहिए ताकि सबको पता लग सके.

कुछ बोले शांडिल जी उनकी सुनो जिन्होंने सींची है कांग्रेस: कुछ कार्यकर्ता हिमाचल कांग्रेस मेनिफेस्टो के अध्यक्ष रि. कर्नल शांडिल से बोले कि कांग्रेस पार्टी को हमने सींचा है. ऐसे में कांग्रेस को रिपीट करवाने का दम हम आज भी रखते हैं. अगर सीट निकालनी है तो हमें साथ लेकर चलना होगा. वहीं, कुछ कांग्रेस नेता ये भी बोल पड़े कि अगर कहीं भी कांग्रेस परिवार से सम्बंधित कोई खबर लगती है तो उसमें हमारा नाम नहीं लिखा जाता है, सिर्फ अपना ही गुणगान किया जाता है. कुछ पदाधिकारियों ने कहा कि आज हमारी इतनी दुर्दशा हो चुकी है कि हमें जिले में तो छोड़ो ब्लॉक कांग्रेस में भी कोई पद नहीं दिया गया है.

सोलन कांग्रेस में आंतरिक कलह. (वीडियो)

शांडिल बोले- कांग्रेस परिवार एकजुट:वहीं, पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में हुई बहस को लेकर पूर्व मंत्री व सोलन विधायक कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि कई बार परिवार में भी मतभेद हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी का विस्तार किया जाए, इसको लेकर आज कार्यकर्ताओं ने भी आवाज उठाई है. वहीं, उन्हें कांग्रेस नेता पलकराम कश्यप के चुनाव लड़ने की बात पर भी अपनी बात रखते हुए कहा कि लोकतंत्र में सबका अधिकार है कि वे चुनाव लड़ें, लेकिन जो भी जनता का फैसला होगा जो हाईकमान डिसाइड करेगी उसे ही टिकट मिलेगी. उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस कार्यकर्ता हैं और कांग्रेस पार्टी के लिए ही काम करेंगे.

सोलन कांग्रेस में कलह!

गौर रहे कि हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) नजदीक है, लेकिन जिस तरह से कांग्रेसी आपस में ही लड़ रहे उससे नहीं लगता है कि इस तरह से सीट कांग्रेस निकाल पाएगी. गांधी परिवार के बाद हिमाचल प्रदेश में वीरवार को एकजुट करने के लिए लगा हुआ है. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ता ही एक दूसरे की शिकायत करने में जुटे हुए हैं.

वीरभद्र सिंह की पुण्यतिथि पर सोलन में शोक सभा.

धनीराम शांडिल बोले- विकास के मसीहा थे लोगों के दिलों के 'राजा' वीरभद्र सिंह: आज पूरा प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह को याद कर रहा है. आज ही के दिन साल 2021 में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह का निधन (Virbhadra Singh Death Anniversary) हुआ था. आज पूरे प्रदेश में कांग्रेस इस दिन को संकल्प दिवस के रूप में मना रही है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह की पहली पुण्यतिथि पर सोलन के विधायक व पूर्व मंत्री रि. कर्नल धनीराम शांडिल ने भी उन्हें याद किया.

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ रि. कर्नल धनीराम शांडिल. (फाइल फोटो)

शांडिल ने कहा कि अगर हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार (First Chief Minister of Himachal Dr Yashwant Singh Parmar) ने हिमाचल को बनाने का श्रेय जाता है यो उस हिमाचल को संजोए रखने और उस हिमाचल में अलग-अलग रंग भरने का श्रेय आधुनिक हिमाचल के निर्माता वीरभद्र सिंह को जाता है.

धनीराम शांडिल ने कहा कि यूं तो वीरभद्र सिंह (Former Himachal Chief Minister Virbhadra Singh) सचमुच राजा थे, लेकिन वे आज भी लोगों के दिलो के राजा हैं. उन्होंने कहा कि जब भी वीरभद्र सिंह प्रदेश की जनता के बीच जाते थे, वे कभी भी उनसे बतौर मुख्यमंत्री समस्या नहीं पूछते थे बल्कि एक परिवार के सदस्यों की तरह वे लोगों का दुःख दर्द बांटने लग जाते थे. उन्होंने कहा कि अगर आज प्रदेश के हर घर तक सड़क, हर घर तक बिजली, हर गांव में स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधा लोगों को मिल पाई है वो सिर्फ वीरभद्र सिंह की ही देन है. और उनके द्वारा विकास के राह पर चलने का दिखाया गया रास्ता ही हम सबको अपनाना चाहिए.

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