शिमला: महालेखाकार कार्यालय से निकाले गए 35 आउटसोर्स कर्मचारियों सोमवार को सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इन कर्मियों ने महालेखाकार कार्यालय गेट पर प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की. कर्मियों का कहना है किउन्हें बिना किसी कारण के निकाला गया है. अगर उन्हें वापस नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन करेंगे.
महालेखाकार कार्यालय से निकाले गए 35 कर्मचारियों ने खोला मोर्चा, प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें बिना कारण के निकाला गया है. कार्य पर वापस नहीं लिया गया तो वह उग्र आंदोलन करने के साथ कर्मचारी न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे.
निकाले गए आउटसोर्स कर्मचारी सुरेश कुमार ने कहा कि उन्हें महालेखाकार कार्यालय में कार्य करते हुए 20 साल हो गए हैं, साथ ही अन्य कर्मचारियों को भी कार्य करते हुए 15 से 20 साल का समय हो गया है. उनको बिना किसी कारण नौकरी से निकाल दिया गया.
कर्मचारियों का कहना है कि कर्मचारी अपने जीवन के इतने साल इस कार्यालय में कार्य करते हुए निकल चुके हैं, अब अचानक उन्हें नौकरी से निकाल देना तर्कसंगत नहीं है. उन्होंने कहा कि अब निकाले गए कर्मचारियों के घर कैसे चलेगा. उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने आउटसोर्स पर कार्य कर रहे 35 कर्मचारियों को निकाला है. अगर निकाले गए कर्मचारियों को कार्य पर वापस नहीं लिया गया तो वह उग्र आंदोलन करने के साथ न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे.