शिमलाः मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि सरकार कोविड-19 के दृष्टिगत लाॅकडाउन के कारण प्रभावित लोगों की सहायता और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. राज्य और जिला स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और नियमित आधार पर आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता की निगरानी की जा रही है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में रविवार को विभिन्न सीमावर्ती जिलों की तरफ से विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करवाई गई. राज्य के बिलासपुर, चम्बा, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन और ऊना आदि सीमावर्ती जिलों की तरफ से 67 वाहनों में घरेलू गैस के 14515 सिलेंडर, 22 वाहनों में 214000 लीटर डीजल/पैट्रोल, 118 वाहनों में 19400 लीटर दूध, 459 वाहनों में 955 टन से अधिक किराने का सामान व सब्जियां, 89 वाहनों में विभिन्न जरूरी दवाइयां व सेनिटाइजर, 24 वाहनों में 95 टन से अधिक पशुओं का चारा लाया गया.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति का ध्यान रखा जा रहा है ताकि आम आदमी को किसी प्रकार की परेशानी न हो. कोविड-19 के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया दल के रूप में स्वयंसेवकों और स्वयंसेवी संगठनों की सेवाओं का उपयोग किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि सेवा प्रदान करने के इच्छुक स्वयंसेवक www.hpsdma.nic.in पर व http://bit.ly/3byNlgQ लिंक के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण करवा सकते हैं और उसी प्रकार स्वैच्छिक संगठन स्वयं को www.hpiag.in पर पंजीकृत करवा सकते हैं.उन्होंने कहा कि आपदाओं के प्रबंधन के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पंचायत स्तर पर प्रशिक्षित स्वयंसेवकों का डेटाबेस तैयार किया गया है, जो कोविड-19 के कारण उत्पन्न होने वाली वर्तमान स्वास्थ्य आपदा के दौरान उपयोग करने के लिए तैयार है.