पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में गुज्जर परिवार अपने ही देश में बेगानों जैसा जीवन जीने को मजबूर हो गए हैं. पांवटा साहिब के जम्बुखाला में पिछले कई दशकों से रह रहे गुज्जर परिवार आज भी सरकारी सुविधाओं के लिए मोहताज हैं. यहां पर गुज्जर के 70 परिवार के चार सौ लोग कड़ी मश्कत के साथ अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
इन गुज्जर परिवारों की जिंदगी इतनी बदतर हो चुकी है कि इन्हें नाले का गंदा पानी पीकर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है. इन परिवारों के साथ करीब 500 पशु भी पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं. विकास के नाम पर यहां लगाए गए हेडपंप अपना दम तोड़ रहे हैं. दो हेड पंप शोपीस बने हैं, जबकि एकमात्र हेडपंप लोगों की प्यास नहीं बुझा पा रहा है.
गुज्जर परिवारों का परेशान होना लाजमी हैं. पानी की समस्या जानने के लिए ईटीवी भारत जम्बुखाला गांव पहुंचा. चिलचिलाती गर्मी में इस गांव के छोटे बच्चों के नन्हे हाथों में पानी ढोया जा रहा था. जिन बच्चों के हाथों में किताबें होनी चाहिए थी, उनके हाथों में खाली पानी के बर्तन हैं.