किन्नौर:जनजातीय जिला किन्नौर में प्रस्तावित 804 मेगावाट जंगी ठोपन जल विद्युत परियोजना का ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे (JANGI THOPAN PROJECT IN KINNAUR) हैं. ग्रामीणों को डर है कि इस परियोजना के निर्माण से उनके आशियानों को खतरा हो सकता है. इसी कड़ी में ग्रामीणों ने बुधवार को परियोजना प्रबंधन और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गो बैक के नारे भी (JANGI villager protest) लगाए. दरअसल जंगी गांव में एक ग्राम सभा के दौरान जंगी ठोपन जल विद्युत परियोजना (SJVNL) प्रबंधन मौके पर ग्रामीणों से परियोजना के निर्माण कार्यों के विषय में चर्चा करने आए थे, लेकिन ग्रामीणों ने परियोजना प्रबंधन से सीधे तौर पर परियोजना के निर्माण कार्य से सख्त मनाही की है.
KINNAUR: जंगी ठोपन जल विद्युत परियोजना के खिलाफ लगे 'गो बैक' के नारे, जानें क्या है मामला
जिला किन्नौर में प्रस्तावित जंगी ठोपन जल विद्युत् परियोजना के खिलाफ बुधवार को ग्रामीणों ने परियोजना प्रबंधन के खिलाफ गो बैक के नारे लगाकर अपना विरोध (JANGI THOPAN PROJECT IN KINNAUR) जताया. वहीं, ग्रामीणों ने परियोजना प्रबंधन और अधिकारियों को गांव में प्रवेश करने से सख्त मना कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि जल विद्युत परियोजना से पानी के जलस्त्रोत सूख सकते (JANGI villager protest) हैं. इसके अलावा भी उन्हें बहुत नुकसान हो सकता है.
वहीं, ग्रामीणों ने परियोजना प्रबंधन और अधिकारियों को गांव में प्रवेश करने से सख्त मना कर दिया है. ग्रामीणों ने जंगी ठोपन जल विद्युत परियोजना का सख्त विरोध करते हुए प्रशासन के अधिकारियों को भी परियोजना के प्रस्ताव को निरस्त करने को कहा है. वहीं, जंगी ठोपन जल विद्युत परियोजना (jangi thopan project kinnaur) के विरोध मे स्थानीय संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष बुद्धा सेन नेगी ने कहा कि जिला किन्नौर को दर्जनों जल विद्युत परियोजनाओं ने खोखला कर दिया है. बावजूद इसके भी सरकार लगातार जिले में जल विद्युत परियोजनाओं के प्रस्ताव को पास कर रही है.
ऐसे में जिले के प्राकृतिक संपदा और यहां के पहाड़ो से छेड़खानी के चलते किन्नौर का अस्तित्व समाप्त होने की कगार पर है. उन्होंने कहा कि अब सरकार ने जंगी ठोपन जल विद्युत परियोजना के निर्माण कार्य पर जोर लगा रही है, जिस पर जंगी ठोपन जलविद्युत परियोजना के विरोध में खड़ी है. उन्होंने कहा कि संघर्ष समिति और आसपास के ग्राम पंचायत जंगी ठोपन जल विद्युत परियोजना के निर्माण को रोकेगी और इस परियोजना को किसी भी कीमत पर बनने नहीं देगी.