ज्वालामुखी: बीजेपी ज्वालाजी में गुटबाजी उभर कर सामने आई है. जिला और प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल किए जा रहे लोगों को लेकर भाजयुमों ने बीजेपी पर सवाल उठाए हैं. युवा मोर्चा का कहना है कि बीजेपी मंडल और स्थानीय विधायक को विश्वास में लिए बगैर लोगों को जिला और प्रदेश कार्यकारिणी में लिया जा रहा है.
ऐसे में बीजेपी का असली कार्यकर्ता मायूस हो रहा है. युवा मोर्चा का कहना है कि जो भी नियुक्तियां हुई हैं उन्हें बीजेपी में आए हुए कुछ माह हुए हैं. जो नाम स्थानीय विधायक और बीजेपी मंडल की ओर से भेजे जाते हैं उन्हें तरजीह नहीं दी जा रही है.
युवा मोर्चा का कहना है कि विधायकों और मंडल को विश्वास में नहीं लिया जाता. अगर पार्टी हाईकमान ने 15 दिन के अंदर हमारी बात नहीं सुनी तो आने वाले पंचायत और विधानसभा चुनावों में पार्टी का काम नहीं करेंगे.
इससे पहले भी स्थानीय विधायक इस बात को पार्टी हाईकमान में रख चुके हैं, लेकिन उस समय मुख्यमंत्री ने उन्हें शांत करवा दिया था. इस बार ज्वालामुखी बीजेपी मंडल और भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा ज्वालामुखी भी इन नीतियों के विरोध में सामने आई है.
ज्वालामुखी बीजेपी मंडल अध्यक्ष मान सिंह राणा का कहना है की मंडल की सुनवाई नहीं होती जो नाम यहां से भेजे जाते हैं उन पर मुहर नहीं लगती. जिससे बीजेपी कार्यकर्ता खुश नहीं हैं. उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक और मंडल की अनदेखी सहन नहीं होगी.
युवा मोर्चा का कहना है कि बीजेपी मंडल और युवा मोर्चा को विश्वास में लिए बगैर समानांतर बैठकें करने से लोगों में गलत मैसेज जा रहा है और पार्टी हाईकमान को इस बारे में जल्द ही कोई निर्णय लेना चाहिए. युवा मोर्चा का कहना है कि वह जानना चाहते हैं कि यह नियुक्तियां कहां से हो रही है और कौन करवा रहा है. इसका खामियाजा आने वाले विधानसभा चुनावों में भुगतना पड़ सकता है.