यमुनानगर: रविवार को बरसात के साथ आये तेज तूफान से बागवानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है. तेज तूफान के कारण तैयार हो रहा फल पकने से पहले ही पेड़ से नीचे गिर गया. खासकर इस वक्त आम की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है.
रादौर के एक बागवान असलम खान ने बताया कि इस साल तेज तूफान व बरसात के कारण बागवानों को बहुत भारी नुकसान हुआ है. पहले ही जहां मौसम में बदलाव की वजह से आम के पेड़ों पर फल लेट आये थे, लेकिन अब जो फल आये भी थे, उन्हें इस आंधी ने गिरा दिया. उन्होंने बताया कि इस आंधी की वजह से आम, आड़ू, चीकू सहित अन्य फलों को भी नुकसान पंहुचा है.
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असलम ने बताया कि कोरोना के संकट में लगे लॉकडाउन के कारण जहां पहले ही फल बाहर न भेजे जाने से उन्हें फसल का उचित भाव नहीं मिल रहा था, वहीं बार-बार मौसम की बेरुखी से हो रही फसल की बर्बादी से बाग मालिक को दी गई ठेके की राशि भी उनकी पूरी नहीं हो सकेगी. ऐसे में इन बागवानों ने सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है.
गौरतलब है कि रविवार को बारिश और तेज आंधी के कारण सिर्फ रादौर ही नहीं बल्कि राज्य के कई जिलों में बागवानों को बड़ा नुकसान हुआ है. लॉकडाउन के कारण पहले ही अपने फल फेंकने को मजबूर बागवान के लिए ये एक और झटका है. ऐसे में ये बागवान अब सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कोई मदद मिल जाए ताकि वे अपने बच्चों का पेट भर सकें.
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