सोनीपत:तीन कृषि कानूनों के विरोध में जहां किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है वहीं इसी बीच एनआईए ने किसानों को नोटिस जारी कर दिए हैं. किसान नेता बलदेव सिरसा को भी एनआईए की तरफ से नोटिस मिला है. जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि वे एनआईए में अपने बयान दर्ज करवाने नहीं जाएंगे.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि किसान संयुक्त मोर्चे के फैसले के बाद ही एनआईए में अपने बयान दर्ज करवाने जाएंगे. वे यह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं और उन्होंने बीजेपी की एक चिट्ठी भी ईटीवी भारत के समक्ष पेश की और पढ़कर सुनाया.
किसान नेता बलदेव सिरसा से खास बातचीत उन्होंने कहा कि बीजेपी आज भी हमें देशद्रोही मानती है और अपने कार्यकर्ताओं को इस आंदोलन को खराब करवाने के लिए कह रही है. मैं बीजेपी से कहना चाहता हूं कि वे ये स्पष्ट करें कि यह चिट्ठी किसने जारी की है. उन्होंने जारी नहीं की तो वे इसकी तह तक जाएं और हमें बताएं कि आखिरकार कौन हमारे आंदोलन को खराब करना चाहता है. बीजेपी ये कह रही है कि हम देशद्रोही हैं, और जो हम देशद्रोही हैं तो हम देशद्रोही अच्छे हैं.
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गौरतलब है कि किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सिख फॉर जस्टिस से संबंधित एक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था. एनआईए ने न्यायिक दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 160 के तहत सिख फॉर जस्टिस से संबंधित मामले में गवाह के रूप में पूछताछ के लिए लगभग 40 लोगों को बुलाया था.