सिरसाः जिले की दो विधानसभा सीटों पर बीजेपी के टिकट वितरण के बाद बगावती सुर देखने को मिल रहे हैं. इन नेताओं का कहना है कि हमने बीजेपी की दिल जान से सेवा की लेकिन उन्हें पार्टी की सेवा का ये सिला मिला है.
सिरसा से सुनीता सेतिया को नहीं मिला टिकट
सिरसा विधानसभा सीट पर पिछली बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली सुनीता सेतिया को इस बार टिकट नहीं मिला. जिसके बाद अब वो अपने समर्थकों के बीच पहुंची तो फूट-फूट कर रोने लगीं.
टिकट न मिलने पर रोने लगे बीजेपी नेता, देखें वीडियो कालांवली से टिकट से राजेंद्र देसूजोधा को नहीं मिला टिकट
वहीं कालांवली से टिकट की मांग कर रहे राजेंद्र देसूजोधा भी अपने समर्थकों के बीच जाकर फूट-फूट कर रोने लगे. उनका कहना है कि उन्होंने पार्टी की जी-जान से सेवा की है. लेकिन पार्टी ने उनको टिकट न देकर अच्छा नहीं किया. इस मौके पर उनका का भी दर्द आंखों से छलक गया.
निर्दलीय लडेंगे चुनाव
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमने दिल जान से पार्टी की सेवा की. लेकिन पार्टी ने उन्हें दरकिनार कर दिया. अब सुनीता सेतिया के बेटे गोकुल सेतिया ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है और सुनीता सेतिया ने कहा है कि अब वो राजनीति ही नहीं करना चाहती हैं. गोकुल सेतिया भी इस दौरान काफी भावुक हुए और कहा कि हमने अभी हिम्मत नहीं हारी है.
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जन की आवाज नहीं सुनी जाती तो कैसी जन आशीर्वाद यात्रा
उन्होंने कहा कि बीजेपी में रहते हुए आमजन की हितों की लड़ाई सदैव लड़ी है. इस बार के चुनाव में शहर और गांव के मुद्दों को लेकर जाएंगे. नशे को खत्म करना हमारी प्राथमिकता रहेगी. वहीं सीएम मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जब जन की आवाज सुनी नहीं जाती, तो आशीर्वाद यात्रा का क्या फायदा? बीजेपी ने जन आशीर्वाद यात्रा कर बीजेपी की नीयत का खोट दिखा दिया है.