रोहतक:सरकार के गले की फांस बने तीन कृषि कानूनों को लेकर तेज होते आंदोलन के बीच बीजेपी के उपवास के बाद मानों उपवासों की बाढ़ सी आ गई हो. बुधवार को प्रदेश के बिजली कर्मचारियों ने भी उपवास करके किसान आंदोलन का समर्थन किया.
कर्मचारियों ने सरकार को साफ चेतावनी दी कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले नहीं तो कर्मचारी खुलकर किसानों के पक्ष में आएगा. वहीं बिजली कर्मचारियों का किसानों के पक्ष में आना प्रदेश में बिजली संकट पैदा कर सकता है.
पूरे प्रदेश में बिजली विभाग के हेड ऑफिस पर बुधवार को कर्मचारियों ने सुबह 11 बजे से लेकर 3 बजे तक किसान आंदोलन के पक्ष में उपवास रखा. कर्मचारी खुलकर किसानों के समर्थन में आए हैं. इससे ये भी अंदेशा लगाया जा रहा है कि अगर सरकार और किसानों के बीच जल्द मसला नहीं सुलझता है तो तमाम विभाग के कर्मचारी भी आंदोलन में शामिल हो सकते हैं.