रेवाड़ी: जिले का मोहल्ला तेजपुरा गांव प्राथमिक पाठशाला नंबर-4 की खंडहर इमारत को लेकर सुर्ख़ियों में रह चुका है. मीडिया में खबर दिखाए जाने के बाद सकूल की मरम्मत तो हो गई, लेकिन विभाग अध्यापकों को मुहैया करवाना ही भूल गया. स्कूल में एक भी स्थाई टीचर नहीं है.
दो कमरों में लगती हैं 1 से 5 तक की कक्षाएं
मोहल्ला तेजपुरा गांव के स्कूल की प्राथमिक पाठशाला नंबर-4 में पहली से पांचवीं तक पांच कक्षाएं लगती हैं, इसमें 58 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं. हालत ये है कि एक अस्थाई टीचर इन छात्रों को दो कमरों में बैठाकर पढ़ाती हैं. जिससे बच्चों और स्थाई टीचर को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
स्कूल की बनाई गई कमेटी के उपप्रधान राम अवतार ने आरोप लगाया कि सरकार प्राइवेट स्कूलों को प्रमोट कर रही है और सरकारी स्कूलों की ओर ध्यान नहीं दे रही. 6 महीने पहले वो शिकायत कर अधिकारियों से शिक्षकों की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
प्राथमिक स्कूल में एक भी स्थाई अध्यापक नहीं
राम अवतार ने बताया कि यहां 3 अध्यापकों की पोस्ट खाली है, लेकिन सरकार ने एक अस्थाई अध्यापक को 58 बच्चों का भविष्य संवारने के लिए लगाया हुआ है. यहां पढ़ने वाली छात्राओं का कहना है कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा जरूर दे रही है, लगता है कि वो हम बेटियों पढ़ना नहीं चाहती