रेवाड़ी:चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल में नेशनल कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अंतर्गत जिले के 600 बच्चों को कृषि संबंधित जानकारियों से अवगत कराने के लिए कृषि महाविद्यालय बावल में दो दिवसीय भ्रमण कराया जाएगा. जानकारी देते हुए कृषि महाविद्यालय बावल के प्रिंसिपल डॉ. नरेश कौशिक ने बताया कि (NAHEP) राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत छात्रों को कृषि बारे में जानकारी दी जाएगी. जिले के 600 स्कूली बच्चों का चयन किया गया है जो रेवाड़ी के विभिन्न स्कूलों से लिए गए हैं. परियोजना के तहत 27 और 28 फरवरी को सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक कृषि बारे जानकारी दी जाएगी.
बच्चों को दी जाएगी कृषि जानकारी
नेशनल कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अंतर्गत बच्चों को कृषि बारे जानकारी से अवगत कराना. कृषि का देश में क्या महत्व है? इसके बारे में स्कूली बच्चों को बारीकी से समझाया जाएगा. कृषि से होने वाले फायदों से भी इन बच्चों को रूबरू कराते हुए, कृषि व बागवानी से जुड़ी सभी चीजों की जानकारी दी जाएगी, ताकि बच्चों में शिक्षा के साथ-साथ कृषि की सभी जानकारियां दी जा सके.
कृषि बारे में जानकारी बच्चों के लिए शिक्षा के साथ-साथ कितना महत्व रखती हैं. इसके बारे में कृषि विशेषज्ञों द्वारा बारीकी से सभी बच्चों को समझाया जाएगा. फसलों को किस तरह से बोया और उन्हें बड़ा करने में किस-किस दवा का प्रयोग किया जाता है. इसकी भी जानकारी दी जाएगी. बच्चों को इस दौरान ये भी बताया जाएगा कि कृषि में ज्यादा यूरिया खादों का इस्तेमाल ना करके जैविक खादों के उपयोग करने के फायदे भी बताए जाएंगे.
बच्चों को बताया जाएगा कृषि शिक्षा का महत्व
नेशनल कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अंतर्गत स्कूली बच्चों को कृषि शिक्षा से जुड़ने और एग्रीकल्चर में बच्चों को किस तरह प्रवेश किया जाता है. इसके बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जाएगी. 2 दिन चलने वाले इस जानकारी कैंप में हर रोज 3 सौ बच्चों को कृषि से होने वाले फायदे और कृषि शिक्षा में प्रवेश हेतु जानकारी दी जाएगी.