पानीपत:हरियाणा के जिला पानीपत में बेसहारा गोवंश लिफ्टिंग व टैगिंग का काम जोरों पर चल रहा है. पानीपत के उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि गोवंश के लिए वह शुरू से ही प्रयासरत हैं. वह उसमें कामयाब भी हो रहे हैं. उन्हें पानीपत की गौशालाओं का निरीक्षण किया. सबसे बड़ी नैन गौशाला जिसमें 4000 गोवंश भेजे जा सकते हैं. उपायुक्त ने अधिकारियों के साथ पहुंचकर उसका निरीक्षण किया.
जहां पर काफी कमियां भी देखने को मिली ₹4 प्रति पशु गौशाला लेती है. चारा डालने वाली खोर व 20 हजार क्विंटल तूड़ी (चारा) की मांग थी. उपायुक्त ने लोगों से अपील करके तूड़ी की भी व्यवस्था करवाई. अब उपायुक्त के निर्देशानुसार कोई भी गौशाला पशु लेने से मना नहीं कर सकती. अगर वह लेने से मना करते हैं, तो पानीपत उपायुक्त की जिम्मेदारी बनती है और उस पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा.
उपायुक्त ने मेयर से बात की और ठेकेदार को भी मौके पर बुलाया. ठेकेदार ने गाड़ियां खराब होने का हवाला दिया. वहीं, पानीपत उपायुक्त द्वारा एक कमेटी बनाई गई. पानीपत के जीटी रोड व अन्य मेन चौक चौराहों पर गोवंश को लिफ्टिंग करवाकर गौशालाओं में पहुंचाएं. पानीपत उपायुक्त ने निगम को तुरंत लेटर भी लिख दिया है. पानीपत में लगातार गोवंश को लिफ्टिंग का कार्य चल रहा है.
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गोवंश उठाने वाले निगम द्वारा दिए गए ठेकेदार ने बताया कि बेसहारा गोवंश को पकड़कर गौशाला में पहुंचाने का कार्य सुचारू रूप से शुरू कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 2 माह के अंदर पानीपत से गो गोवंश को गौशाला में पहुंचा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पानीपत बेसहारा पशु मुक्त होगा. 50 से 100 गोवंश रोजाना भेज रहे हैं. इसके साथ ही ठेकेदार ने बताया कि जो लोग पशुओं को रोड पर या अन्य सार्वजनिक जगहों पर चारा डालते हैं, वह ना डालें. यह चारा गौशाला के अंदर डालें. ताकि एक जगह पर इकट्ठा ना हो और दुर्घटनाएं भी ना हो.