पानीपत: प्रदेश के अधिकांश जिला अस्पतालों में आईसीयू ना होने के कारण सरकारी अस्पताल में आए मरीजों को आईसीयू के लिए पीजीआई रेफर करना पड़ता है, पर अब भारत सरकार द्वारा आयुष्मान भारत हेल्थ मिशन के अंदर प्रदेश के अंबाला और पानीपत में जल्द ही क्रिटिकल केयर यूनिट बनाने की तैयारी की जा रही है. अधिकारियों ने पानीपत के सिविल अस्पताल में जगह चिन्हित कर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी है. स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक इस संबंध में अस्पताल के अधिकारियों से मीटिंग भी कर चुके हैं.
पानीपत के सरकारी अस्पताल में गंभीर मरीजों का भी हो सकेगा इलाज, ये सेवा होगी शुरू
हरियाणा के पानीपत और अंबाला में जल्द ही क्रिटिकल केयर यूनिट बनाने की तैयारी की जा रही है. पानीपत के सिविल अस्पताल में इसके लिए जगह भी चिन्हित कर ली गई है.
पानीपत के पीएमओ डॉ. संजीव ग्रोवर ने बताया कि सरकारी अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीक ना होने के कारण क्रिटिकल कंडीशन में आए मरीजों को पीजीआई रेफर करना पड़ता था. अब भारत सरकार की आयुष्मान भारत स्वास्थ्य मिशन के तहत प्रदेश के जिलों में क्रिटिकल केयर यूनिट बनाई जाएगी, जहां अत्याधुनिक तकनीकों के साथ मरीजों का इलाज होगा. शुरुआत में पानीपत और अंबाला के सरकारी अस्पतालों को चिन्हित किया गया है और जगह देखने के बाद उच्च अधिकारियों के साथ मीटिंग कर जल्द ही इस बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा.
पीएमओ डॉ. संजीव ग्रोवर ने बताया कि जहां पहले स्टाफ क्वार्टर बने हुए थे, जो कि खंडहर हालत में पड़े हैं उन्हें छोड़कर अब यहां क्रिटिकल केयर यूनिट बनाई जाएगी. अभी यह निर्धारित नहीं हुआ है कि इस क्रिटिकल केयर यूनिट में कितने बेड लगाए जाएंगे. जगह और संसाधनों को देखते हुए यहां बेड की संख्या निर्धारित की जाएगी. बता दें कि ये अस्पताल 34 एकड़ में बना हुआ है. इसके पीछे 8 एकड़ भूमि खाली पड़ी है. इसी जगह पर क्रिटिकल केयर यूनिट बनाने की तैयारी चल रही है और उच्च अधिकारी पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से बात कर जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू करेंगे.