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Coonoor helicopter crash:  CDS बिपिन रावत के साथ पंचकूला के ब्रिगेडियर एलएस लीद्दर की भी मौत

तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में बुधवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (cds general bipin rawat died helicopter crash) और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया. मरने वालों में पंचकूला के ब्रिगेडियर एलएस लीद्दर भी शामिल थे.

Panchkula Brigadier LS Leiddar died
Panchkula Brigadier LS Leiddar died

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Published : Dec 9, 2021, 9:33 AM IST

Updated : Dec 9, 2021, 1:36 PM IST

पंचकूला: कुन्नूर हेलीकॉप्टर क्रैश (Coonoor helicopter Crash) में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया. इस हादसे में जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई. वहीं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत गंभीर बताई जा रही है. इस हादसे में पंचकूला के रहने वाले ब्रिगेडियर एलएस लीद्दर की भी मौत (Panchkula Brigadier LS Leiddar died) हुई है. एलएस लीद्दर की मौत के बाद उनके परिजन सदमे में हैं.

एलएस लीद्दर मूल रूप से पंजाब के रहने वाले थे, लेकिन बाद में उनका परिवार हरियाणा के पंचकूला में शिफ्ट हो गया. उनका घर पंचकूला सेक्टर-12 में है. फिलहाल वो अपनी पत्नी गीतिका और 16 वर्षीय बेटी के साथ दिल्ली में रह रहे थे. उनके पिता स्वर्गीय कर्नल मेहंदी सिंह 1989 में पंजाब से पंचकूला आ गए थे. हालांकि पंचकूला जाने से पहले ब्रिगेडियर लीद्दर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खडकवासला चले गए थे. ब्रिगेडियर लिद्दर के पिता भी आर्मी में थे, इसलिए उन्होंने देश भर में अलग-अलग जगहों पर अपनी पढ़ाई की.

उनकी मां वर्तमान में अपनी बहन सुखविंदर चीमा के साथ रह रही हैं, जो कसौली के पास सनावर के लॉरेंस स्कूल में मुख्य‌ अध्यापिका हैं. सूत्रों ने बताया कि दुखद खबर सुनते ही दोनों तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हो गए. सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से अलंकृत ब्रिगेडियर लीद्दर को भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होने के बाद दिसंबर 1990 में जम्मू और कश्मीर राइफल्स की दूसरी बटालियन में शामिल किया गया था.

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बाद में उन्होंने उसी बटालियन की कमान संभाली. ब्रिगेडियर लीद्दर ने LAC के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भी काम किया उन्होंने उत्तरी सेक्टर में सीमा पर एक ब्रिगेड की कमान संभाली थी. भारतीय सैन्य अकादमी के एडजुटेंट और सैन्य संचालन निदेशालय में निदेशक के रूप में सेवा करने के अलावा, उन्हें कजाकिस्तान में भारतीय दूतावास में डिफेंस अटैची के रूप में तैनात किया गया था. वो नेशनल डिफेंस कॉलेज नई दिल्ली के पूर्व छात्र भी रहे हैं.

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Last Updated : Dec 9, 2021, 1:36 PM IST

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