पलवल:प्रदेश में अवैध रूप से सवारियां ढोने वाले वाहन चालक अब सरेआम गुंडागर्दी पर उतर आए हैं. सवारियां बैठाने से मना करने पर निजी वाहन चालक ने पलवल में रोडवेज चालक से मारपीट (driver assaulted in palwal) की. जिससे चालक का हाथ टूट गया. इस संबंध में पुलिस को दी गई शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. वहीं, हरियाणा रोडवेज कर्मचारी महासंघ (Haryana Roadways Employees Federation) के डिपो प्रधान ने इस घटना की निंदा करते हुए हरियाणा रोडवेज के महाप्रबंधक तथा आरटीओ को दोषी ठहराते हुए आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है.
हरियाणा रोडवेज फरीदाबाद डिपो के पीड़ित चालक बाल्मीकि कुमार ने बताया कि उसने अपनी बस को बल्लभगढ़ से अलीगढ़ ले जाने के लिए बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर लगाया हुआ था तभी एक अवैध रूप सवारियां ढोने वाले वाहन चालक ने अपनी गाड़ी को बस के सामने लगा दिया और सवारियां बैठाने लगा. ऐसा करने से मना करने पर उनकी बहस हो गई. निजी वाहन चालक ने धमकी देते हुए कहा कि यह गाड़ी सरपंच की है और इस गाड़ी ने दो मर्डर पहले ही किए हुए हैं, तुझे आगे देखूंगा. रोडवेज बस के चालक बाल्मीकि कुमार ने बताया कि जब वह पलवल बस अड्डे पर अपनी बस को लेकर पहुंचा तो वहां उस निजी वाहन चालक ने अपनी गाड़ी को बस के आगे लगा दिया और अपनी गाड़ी में से एक डंडा निकाल कर उसकी बस में चढ़ गया और उस पर डंडो से हमला कर दिया. इस घटना में उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया.
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी महासंघ डिपो पलवल के प्रधान राजू ने अवैध रूप से सवारी ढोने वालों के हौसले बुलंद होने के पीछे हरियाणा रोडवेज के महाप्रबंधक, आरटीओ और प्रदेश सरकार के अवैध वाहनों पर ढीले रवैए को जिम्मेवार ठहराया है. प्रधान राजू ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैकड़ों की संख्या में अवैध बसें और सैकड़ों की संख्या में अवैध रूप से सवारियां ढोने वाली छोटी गाड़ियां बदरपुर बॉर्डर से लेकर पलवल और अलीगढ़-मथुरा-आगरा तक चलती है, लेकिन कभी किसी गाड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती. जिसके कारण इन वाहन चालकों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह हरियाणा रोडवेज के सरकारी चालक और परिचालकों के साथ मारपीट करने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जीएम तथा आरटीओ इन अवैध रूप से सवारी ढोने वाले वाहनों पर रोक लगाएं अन्यथा हरियाणा रोडवेज कर्मचारी महासंघ इसको लेकर आंदोलन करने पर मजबूर होगा.