नूंह:शहीद हुए बीएसएफ हवलदार खुर्शीद अहमद का शव उनके पैतृक गांव रायपुर पहुंच गया है. बीएसएफ के जवानों ने सलामी दी और पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद को सुपुर्द ए खाक किया गया.
शहीद खुर्शीद अहमद का शव उनके गांव पहुंचा
इस दौरान डीएसपी अशोक कुमार अपने पुलिस जवानों के साथ गांव में मौजूद थे. जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर बीएसएफ के जवानों द्वारा रायपुर गांव में लाया गया, जिसके बाद गांव में पूरी तरह से सन्नाटा छा गया था. शहीद का शव पहुंचने की खबर जैसे ही ग्रामीणों व इलाके के लोगों को लगी तो रायपुर गांव में भारी भीड़ जुट गई.
शहीद खुर्शीद अहमद का शव पहुंचा उनके गांव, देखें वीडियो गांव में शहीद के शव पहुंचने को लेकर गांव वालों में किसी बात को लेकर नाराज दिखे और शहादत पर ही उन्होंने सवाल खड़े किए. हालांकि कुछ पूर्व सैनिकों ने लोगों के समझाने के बाद मामला शांत हो गया. शहीद को अंतिम विदाई देने की प्रक्रिया शुरू हो गई.
इस दौरान हुए थे शहीद
आपको बता दें कि असम जिले के सिलचर इलाके के आसपास गत 14 अक्टूबर को बीएसएफ के 3 जवान एनआरसी ड्यूटी के लिए पेट्रोलिंग कर रहे थे. उसी दौरान नक्सलियों की गोली ने खुर्शीद अहमद की जान ले ली. परिजनों को जैसे ही बीएसएफ के जवानों ने घटना की जानकारी दी तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई.
आपको बता दें कि नूंह जिले के पुन्हाना खंड के गांव रायपुर में जन्मे खुर्शीद अहमद 1989 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे. तीन भाइयों में खुर्शीद अहमद अकेले सरकारी सेवा में कार्यरत थे. खुर्शीद अहमद दो बच्चों के पिता थे और अपने परिवार के साथ कई सालों से दिल्ली में रह रहे थे. आखिरकार देर रात बीएसएफ हवलदार खुर्शीद अहमद को पूरे राजकीय शोक के साथ भारी भीड़ में अंतिम विदाई दी.
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