नूंह: मेवात का इलाका देश के कई पिछड़े क्षेत्रों में से एक है. खासतौर पर महिलाओं की बात करें तो यहां महिलाओं के लिए उपयुक्त संसाधनों की बहुत कमी है. इसी बीच केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने (बी.एस.जी.एस.एस.) द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को इस्पात (लोहे) की तरह मजबूत बनाना होगा.
उन्होंने कहा कि इस के लिए महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए महिला सशाक्तिकरण जरुरी है और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें शिक्षा कौशल विकास जैसे:- हाथ से बनाने वाला सामान, कम्प्यूटर शिक्षा, ब्यूटी पालर, गारमेन्टस बनाना इत्यादि कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए स्वयं सेवी संस्थाओं ने यह जिम्मा उठाया है. उसके लिए क्षेत्र की महिलाएं आगे आकर अपनी सहभागिता करें ताकि वे सशक्त बन सकें.
उन्होंने कहा कि उक्त स्वयं सेवा संस्था द्वारा जिले के दो खंडों में 700 महिलाओं के लिए डेयरी विकास कार्यक्रम चलाया हुआ है. इस कार्यक्रम के माध्यम से अर्थव्यवस्था का कार्य सिखाऐगें, दूध, पनीर, घी की बिक्री करने तक काम बताया जाएगा. एक समझौता एनएमडीसी व जिला प्रशासन नूंह के बीच हुआ है, ताकि क्षेत्र का विकास हो सके. उन्होंने कहा कि डेयरी कार्यक्रम के साथ-साथ महिलाओं को कटिंग व टेलरिंग कार्य से भी जोडा जाएगा, जिसमें प्रथम चरण में 120 महिलाएं गारमैन्टस बनाने का कार्य करके अपने आप को अपने पैरों पर खड़ा करने योग्य बनाएगी.
उपायुक्त पंकज ने महिलाओं के संबोधित करते हुए कहा कि किशोरी एक्सपै्रस के माध्यम से खून की जांच कर महिलाओं में पाई जानी वाली खून की कमी को दूर करने का बीडा उठाया है, उससे निश्चत तौर पर ही महिलाओं में खून की कमी दूर करने में मदद मिलेगी.
इस कार्यक्रम में निति आयोग के ए.मिश्रा, बिसनौयूली सर्वोदय ग्राम उघोग सेवा संस्था की सचिव नन्दीता बक्शी, एनएमडीसी के निदेशक संदीप तुला, जेएसपीएल के अंजारी, के.सी.दास, प्रशंत गुप्ता, डा. ज्योति शर्मा, एसडीएम नूंह प्रदीप अहलावत सहित अन्य अधिकारी और हजारों की संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं.