हरियाणा

haryana

सीएम सिटी करनाल में करोड़ों रुपये का घोटाला! विकास के नाम पर अफसरों ने भर ली जेब

By

Published : Aug 22, 2021, 2:32 PM IST

आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश शर्मा ने आरटीआई लगाकर खुलासा किया है कि शहर में जितने भी विकास कार्य किए जा रहे हैं, सभी में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार (Corruption in Karnal) हुआ है.

Corruption in Karnal
Corruption in Karnal

करनाल: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के विधानसभा क्षेत्र में भ्रष्टाचार (Corruption in Karnal) का बोलबाला है. यहां घोटाले नहीं बल्कि महा घोटाले हो रहे हैं. ऐसा हम नहीं, बल्कि करनाल में रहने वाले लोग ही कह रहे हैं. स्थानीय लोगों को मुताबिक स्मार्ट सिटी में नेत्रहीन के लिए फुटपाथ की आड़ में लगभग 5 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया गया. हाल ही में निगम की टीम ने मजबूत इंटरलॉकिंग टाइल्स को उखाड़ कर दोयम दर्जे का फुटपाथ बनाया गया. जो सीजन की पहली बारिश में बैठ गया.

इसके अलावा प्रशासन ने शहर में सीसीटीवी का प्रोजेक्ट (CCTV Project Karnal) तैयार किया. इस प्रोजेक्ट के तहत सीसीटीवी ऐसी जगह फिट कर दिए जहां उनकी जरूरत ही नहीं थी. रखरखाव के अभाव में ज्यादातर सीसीटीवी बंद पड़े हैं. कई बार स्थानीय लोगों की तरफ से इस बारे में अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन हालात जस के तस हैं. इसी प्रकार निगम ने सेक्टर 12-13 में शहीद मदन लाल ढींगरा चौक पर 5 लाख रुपये की लागत से मटका बनवा दिया. जिसको अब मटका चौक (Matka Chowk Karnal) कहा जाने लगा.

सीएम सिटी करनाल में करोड़ों रुपये का घोटाला, देखें वीडियो

लोगों का कहना है कि मटका फाइबर का बना है. जिसकी इतनी कीमत किसी भी हाल में भी नहीं हो सकती है. अब देखरेख के अभाव में इस मटके भी हालत खस्ता होनी शुरू हो गई है. इसी तरीके से नगर निगम ने मुगल कैनाल पर बनी विशाल मार्केट में पार्क बनाकर उसमें 28 लाख से सूर्य नमस्कार की मूर्तियां लगा दी. जो आज टूट चुकी हैं. एक मूर्ति की कीमत ढाई से 3 लाख रुपये बीच में है. लोगों के अनुसार इन मूर्तियों की कीमत भी इतनी नहीं हो सकती.

रखरखाव के अभाव में खस्ता हाल हो रहा मटका

ऐसे ही 5 लाख रुपये नमस्ते चौक, 50 लाख रुपये शिरो रूम और आधुनिक महिला शौचालय बना दिए गए. जिसमें हर समय ताला जड़ा रहता है. अब अंदर की हालत भी खस्ता होनी शुरू हो गई है. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस सभी चीजों पर जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश शर्मा ने बताया कि अधिकारी व्यर्थ में ही प्रोजेक्ट जनता पर थोप रहे हैं. अगर नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्टस दोनों की सरकार फॉरेंसिक ऑडिट करवाए तो करोड़ों रुपये की अनियमितता मिलेगी.

स्थानीय लोगों के मुताबिक बिना किसी वजह बनाई गई ये दीवार

ये भी पढ़ें- खौफनाक VIDEO: आगे भाग रहा आरोपी पीछे लहूलुहान महिला, CCTV में कैद हत्या की सनसनीखेज वारदात

लगभग हर प्रोजेक्ट में धांधली धांधली है. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने नगर निगम आयुक्त से इस बारे में बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि मेरा तबालदला हुए एक महीना भी नहीं हुआ है. तमाम मामले उनके संज्ञान में नहीं है. जांच का बात कहकर उन्होंने खानापूर्ति पूरी कर दी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details