करनाल: हरियाणा में सरकारी अस्पतालों में अलग-अलग ड्रेस कोड लागू होने पर असंध विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक शमशेर गोगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में हमारे 11 विधायक की टीम निरीक्षण करने के लिए पहुंची थी. वहां, पर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही छात्राओं ने वहीं पर काम करने वाले ओटी मास्टर पवन कुमार के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. उस मामले के लिए एक कमेटी गठित कर दी गई थी.
उसी मामले को लेकर आज गुरुग्रा में 11 विधायकों की बैठक हुई, जहां पर कमेटी की रिपोर्ट को देखा और उसमें ओटी मास्टर पवन कुमार पर जो आरोप छात्राओं ने लगाए थे वह सभी सही साबित हुए हैं. ऐसे में हमने प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से उस कर्मचारी को टर्मिनेट करने की अपील करते हुए कमेटी की रिपोर्ट भेजी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि इस कर्मचारी को टर्मिनेट करके कभी भी सरकारी नौकरी न देने के बारे में विचार करने के लिए कहा गया है.
वहीं, उन्होंने कहा कि अगर वह बेटियां इस कर्मचारी पर कानूनी कार्रवाई या पुलिस में शिकायत देकर कार्रवाई करवाना चाहती हैं तो वह भी यह कर सकती हैं. छात्राओं के ऊपर निर्भर है कि वह पुलिस कार्रवाई करवाना चाहती हैं या नहीं, लेकिन जांच कमेटी में वह दोषी पाए गए हैं. आरोपी को सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन छात्राओं ने एफआईआर दर्ज करके आरोपी को बर्खास्त करने की मांग की है.
वहीं, उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल स्टाफ के लिए सरकार ने ड्रेस कोड लागू कर दिया है. इससे जाहिर होता है कि जिन्होंने सुरक्षा के लिए आवाज उठाई उनको ही ड्रेस कोड के दायरे में लेकर आना चाहते हैं. भाजपा सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है, लेकिन इनकी सरकार में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं और सबसे ज्यादा खतरा मौजूदा समय में बेटियों को भाजपा के लोगों से ही है.