कैथल: इन दोनों उत्तर भारत बारिश की मार से जूझ रहा है. घग्गर नदी इस वक्त खतरे के निशान से 8 फीट अधिक उफान पर है. जिसकी वजह से कैथल जिले के निचले इलाकों में पानी भर गया है. जिसको लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया हुआ है. इस मौके पर डीसी एसपी समेत तमाम प्रशासनिक अमला पेट्रोलियम कर रहा है. घग्गर नदी ओवरफ्लो होने की वजह से कैथल जिले के रसूलपुर गांव के पास सरस्वती ड्रेन का तटबंध टूट गया.
कैथल में सरस्वती ड्रेन का तटबंध टूटा, शहर से टूटा डेरों का संपर्क, सैकड़ों एकड़ फसल पानी में डूबी
घग्गर नदी ओवरफ्लो होने की वजह से कैथल जिले के रसूलपुर गांव के पास सरस्वती ड्रेन का तटबंध टूट गया. जिससे बारिश का पानी दर्जनभर गांवों में घुस गया. वहीं किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल खराब हो गई.
सरस्वती नदी का तटबंध टूटने से बारिश का पानी गांव माजरा, ककराला, क्कयोर, हिम्मतपुरा, डेरा बाजीगर, रसूलपुर समेत अन्य गांवों में घुस गया. जिससे खेतों में बड़ी मात्रा में जलभराव हो चुका है. अब भी ड्रेन पूरी तरह उफान पर है, यदि जल्द ही इसे बंद नहीं किया गया, तो और भी तबाही मचा सकती है. ग्रामीणों ने कहा कि ये सब प्रशासन की लापरवाही के कारण हुआ है. किसानों ने कहा कि अगर वक्त पर इसकी सफाई और मैंनटेनेंस की जाीत तो ये कटाव नहीं होता.
किसानों ने कहा कि बरसाती सीजन आने से पहले सफाई के नाम पर अधिकारियों द्वारा करोड़ों रुपये सफाई के नाम पर खर्च कर दिए जाते हैं, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं होता. जलभराव के कारण खेतों में बने आधा दर्जन के करीब डेरों का संपर्क शहर से टूट गया है. जिसके चलते लोग अपने घरों में कैद हो गए. जिनके पास अब खाने पीने की सामग्री भी लगभग समाप्त हो चुकी है. प्रशासन की तरफ से उनके रेस्क्यू का काम जारी है.