हिसार: हांसी महिला थाने के स्टाफ की ओर से लॉकडाउन के दौरान अपने वेतन से जरुरतमंदों को भोजन की खबर को सोशल मीडिया पर देख एक 10 साल की मासूम बच्ची अपनी गुल्लक में जमा राशि को लेकर थाने पहुंच गई. गुल्लक को हाथ में लेकर पिता के साथ थाने पहुंची बच्ची को देखकर थाना इंचार्ज भी इमोशनल हो गई.
पैसे लेने से मना करने पर रूठी मासूम
थाना प्रभारी ने पैसे लेने से इंकार कर दिया लेकिन फिर बच्ची की भावनाओं की कद्र करते हुए बच्ची के पिता से गुल्लक में जमा पैसे से राशन दान देने की बात कही. जिसके बाद बच्ची के पिता डॉ. ज्योती ने बाजार से राशन लाकर पुलिस स्टाफ को दिया.
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए महिला थाना इंचार्ज निर्मला ने बताया कि महिला थाने का पूरा स्टाफ अपने स्वयं के सहयोग से गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध करा रहा है. इसी दौरान एक बच्ची अपनी गुल्लक में जमा पैसे देने थाने आ गई. पैसे लेने से मना कर दिया गया तो बच्ची का चेहरा मायूस हो गया. फिर उसके पिता से कुछ पैसों का राशन लाने की बात कही. बच्ची के इस नेक काम के लिए पूरा स्टाफ उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है.
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बच्ची के पिता ने बताया कि पहले तो उन्होंने अपनी बेटी की बात को मजाक में लिया लेकिन बेटी ने तो जिद्द ही पकड़ ली. आखिर वे बेटी के साथ गुल्लक में जमा 3600 रुपये को सहयोग राशि के रूप में देने थाने पहुंच गए. पुलिस स्टाफ के कहने के बाद उस पैसे से पुलिस स्टाफ को राशन लाकर दे दिया है. जिससे की गरीब लोगों को खाना मिल सके.